सन् 1900 में भारत ने पहली बार ओलंपिक खेलों में हिस्सा लिया था, जिसमें भारत को दो रजत पदक मिले थे। सिर्फ एक एथलीट के भारतीय दल के लिए दोनों पदक नॉर्मन प्रिटचार्ड नाम के अंग्रेज एथलीट ने जीते थे। उसके बाद भारत सन् 1920 में ओलंपिक खेलों में भाग लिया था, जिसमें सभी इवेंट दल ने हिस्सा लिया था। तब से लेकप अबतक भारत ने 24 बार समर ओलंपिक में भाग लिया है, जिसमें 9 स्वर्ण पदक के साथ कुल 28 पदक ही जीते हैं। जिसमें 8 गोल्ड भारतीय हॉकी टीम ने जीते हैं, जबकि एक गोल्ड निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने जीता है।
लेकिन क्या आपको पता है कि ओलंपिक खेलों में भारत की किस महिला एथलीट ने व्यक्तिगत प्रतिस्पर्धा में पहला पदक दिलाया है। इस सवाल का जवाब हम इन खेलों के 100 वर्ष बाद देने के लायक बन पाए, जब कर्णम मल्लेश्वरी ने सन् 2000 में हुए सिडनी ओलंपिक में कांस्य पदक जीता। सितंबर 2000 के पहले तक मल्लेश्वरी को कोई नहीं जानता था। लेकिन 19 सितंबर के बाद मल्लेश्वरी हर भारतीय का मान बन गई थीं। उन्होंने भारत को 69 किग्रा भारवर्ग में कांस्य पदक दिलाया था।
मल्लेश्वरी को आप कितना जानते हैं, पढ़ें
1. कर्णम मल्लेश्वरी को सन् 1995 में राजीव गांधी खेल रत्न और 1999 में पद्म श्री का सम्मान मिला था।
2. सन् 1994 में इस्तांबुल में हुए विश्व वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता था।
3. आंध्र प्रदेश के वूसावनीपेटा में जन्मी मल्लेश्वरी की चार बहनें हैं, जो सभी वेटलिफ्टिंग की ट्रेनिंग ले चुकी हैं।
4. साल 2002 में कॉमनवेल्थ खेलों में पिता के देहावसान की वजह से मल्लेश्वरी भाग नहीं ले पायीं थीं।
5. कर्णम मल्लेश्वरी ने साथी वेटलिफ्टर राजेश त्यागी से सन् 1997 में शादी की थी, उनके एक लड़का है।
6. कर्णम मल्लेश्वरी मौजूदा समय में यमुनानगर में रहती हैं और फूड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया से जुड़ी हुई हैं।