विश्वकप तीरंदाजी प्रतियोगिता में जर्मनी से हारकर भारत का पदक जीतने की उम्मीदों पर पानी फिर गया। चौथे चरण में कांस्य पदक के लिए खेल रही भारतीय तीरंदाजी टीम को जर्मनी के हाथों 225-227 से हार का सामना करना पड़ा। पुरुष कंपाउंड वर्ग में तीसरी वरीयता प्राप्त भारतीय टीम में अमनजीत सिंह, अभिषेक वर्मा और अमन सैनी ने पहले दौर में 57 अंक बटोरे थे। हालांकि इतने ही स्कोर के साथ जर्मनी टीम भी बराबरी करने में सफल रही।
लेकिन दूसरे दौर में हेनरिक होर्नुंग, मार्सेल ट्राशेल और मार्कस लौबे के शानदार प्रदर्शन की बदौलत जर्मनी टीम ने 115-111 से बढ़त बना ली। इसके बाद तीसरे दौर में जर्मनी के तीरंदाजों ने छह में से चार पर दस अंक का निशाना लगाया। वहीं भारतीय टीम ने तीसरे और आखिरी राउंड में 58 अंक हासिल किए लेकिन हार को टालने में नाकामयाब रहें। इस हार के साथ भारतीय टीम को प्रतियोगिता में चौथे स्थान पर संतोष करना पड़ा।
गौरतलब है कि शंघाई में विश्वकप तीरंदाजी के पहले चरण में भारतीय कंपाउंड टीम ने एक स्वर्ण पदक जीता जबकि अंताल्या में दूसरे चरण में टीम को कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा था। मालूम हो, शुरुआती दौर मे अभिषेक वर्मा, अमन सैनी और अमनजीत सिंह की भारतीय तिकड़ी ने स्पेन को 228-222 से हराकर शानदार आगाज किया था। दूसरी ओर क्वार्टर फाइनल मुकाबले में भारतीय टीम ने 13वीं वरीय स्वीडन को 231-229 से हराया था। जबकि सेमीफाइनल में शीर्ष वरीयता प्राप्त अमेरिकी टीम से पार पाने में नाकाम रही और 228-233 से हार गई थी।