साल 2015 में जकार्ता में 800,000 डॉलर इंडोनेशिया ओपन सुपर सीरीज प्रीमियर टूर्नामेंट का आयोजन किया गया है। पुरुष एकल में भारत के पारुपल्ली कश्यप ने शानदार खेल दिखाया और क्वार्टरफाइनल तक का सफर आसानी से तय किया। अब क्वार्टरफाइनल में उनका मुकाबला विश्व के सर्वोच्च वरीयता प्राप्त बैडमिंटन स्टार चीन के चेन लोंग से होने जा रहा था। इस तरह से ये मुकाबला कतई आसान नहीं माना जा रहा था। लेकिन वर्ष 2014 में आयोजित ग्लासगो राष्ट्रमंडल खेलों में एकल स्पर्धा का स्वर्ण जीतने वाले कश्यप ने क्वार्टर फाइनल में विश्व चैम्पियन चेन को 14-21, 21-17, 21-14 से हराया था। इसलिए उनके हौंसले बुलंद थे। यह कश्यप और चेन के बीच यह नौवीं भिड़ंत थी। इससे पहले सात बार चेन विजयी रहे थे और दो मौकों पर कश्यप को जीत मिली थी।
अब मैच शुरू हुआ। पहले सेट में कश्यप अपने दमदार प्रतिद्वंद्वी के सामने टिक नहीं सके, जिसने जल्दी ही 6-2 की बढ़त बना ली थी। एक समय स्कोर 11-11 से बराबर हो गया, लेकिन लोंग ने फिर दबाव बनाते हुए पहला सेट 21-14 से जीत लिया। दूसरे सेट में मुकाबला 7-7 तक बराबरी का था, लेकिन फिर कश्यप ने बढ़त बना ली। चीनी खिलाड़ी ने वापसी की पुरजोर कोशिश की, लेकिन कश्यप जबर्दस्त फॉर्म में थे। उन्होंने दूसरा गेम जीतकर बराबरी की। तीसरे गेम में शुरुआत में स्कोर 2-2 था। कश्यप ने जल्दी ही 9-3 से बढ़त बनाई। लोंग ने कई गलतियां कीं और उनके शॉट्स बाहर भी रहे, जिससे कश्यप की बढ़त 14-5 की हो गई। इसके बाद मैच का नतीजा स्पष्ट था और कश्यप ने अपना ‘जाइंट किलर’ अभियान जारी रखते हुए सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया।
सेमीफाइनल में कश्यप का मुकाबला आठवीं वरीयता प्राप्त जापान के केंटो मोमोटा से हुआ। लेकिन इस मुकाबले में कश्यप को हार मिली। हालांकि, कश्यप ने अपने विपक्षी को अच्छी टक्कर दी और खेल को तीसरे सेट तक ले गए। मैच का स्कोर 12-21, 21-17, 21-19 रहा। हालांकि कश्यप ने मैच में शानदार शुरुआत करते हुए पहला गेम आसानी से जीत लिया था। इसके बाद मोमोटा ने शानदार वापसी करते हुए दूसरे गेम में जीत हासिल की। तीसरे गेम में एक समय पी. कश्यप की पकड़ मज़बूत दिख रही थी, लेकिन तनाव के पलों में मोमोटा ने अपनी एकाग्रता को भंग नहीं होने दिया और ये गेम 21-19 से जीत कर मैच जीत लिया।