रविचंद्रन अश्विन इस वक्त टीम इंडिया के सबसे बड़े मैच विनर्स में से एक हैं। अश्विन ने अपनी क्षमता डेब्यू टेस्ट के साथ ही दिखा दी थी। इस ऑफ स्पिनर ने दिल्ली में वेस्टइंडीज के खिलाफ डेब्यू टेस्ट में ही नौ विकेट उखाड़ दिए थे। अश्विन उन चुनिंदा खिलाड़ियों में भी शामिल हैं, जिन्हें पहले टेस्ट में ही मैन ऑफ द मैच का खिताब मिला।
2011 में भारत दौरे पर आई वेस्टइंडीज टीम ने पहला टेस्ट दिल्ली के फिरोजशाह कोटला स्टेडियम पर खेला। इस मैच में ऑफ स्पिनर अश्विन और तेज गेंदबाज उमेश यादव को टेस्ट कैप पहनने का मौका मिला। और मौके को दोनों हाथों से भुनाया अश्विन ने। पहली पारी मे अश्विन ने विंडीज के तीन अहम विकेट लिए। इनमें डेरेन ब्रावो, मार्लोन सैमुअल्स और रवि रामपॉल शामिल थे। इसके बावजूद टीम इंडिया पहली पारी में विंडीज से 95 रन पिछड़ गई।
अब दूसरी पारी में भारतीय गेंदबाजों पर वेस्टइंडीज को जल्द समेटने का दबाव था। ऐसे में अश्विन ने कहर बरपाया। अपने पहले ओवर में ही अश्विन ने केरॉन पॉवेल को पवेलिनय की राह दिखा दी। ब्रावो, चंद्रपॉल और सैमुअल्स भी अश्विन की फिरकी में फंस गए। अश्विन ने एक-एक कर छह शिकार कर डाले और विंडीज का 180 रन पर पुलिंदा बांध दिया। टीम इंडिया ने टेस्ट मैच जीता और ड्रीम डेब्यू करने वाले अश्विन मैच के हीरो बने।