जब चेन्नई सुपर किंग्स और किंग्स इलेवन पंजाब जैसी दो दमदार टीम आमने-सामने हों तो रोमांच होना तय है। इसमें भी जब दोनों टीमों का स्कोर बराबर हो जाए, यानी मैच टाई हो जाए तो बात ही कुछ और है। ऐसा ही सांसे थाम देने वाला मैच रहा इन दोनों टीमों के बीच साल 2010 के आईपीएल के तीसरे सीजन में। मैच टाई रहा और फैसला सुपरओवर के जरिए हुआ। उस मैच में रोमांच ने सारी हदें लांघ दीं और फैन्स को सुपर क्रिकेट का नजारा देखने को मिला।
चेपक पर किंग्स इलेवन पहले बल्लेबाजी के लिए उतरी। शुरुआत खराब रही और रवि बोपारा महज एक रन बनाकर चलते बने। कुमार संगाकारा (15) और महेला जयवर्धने (3) भी सस्ते में आउट हो गए। ऐसे में इरफान पठान (39 रन, 32 बॉल) और युवराज सिंह (43 रन, 28 बॉल) ने किंग्स को संभाला। हालांकि इन दोनों के अलावा भी कोई बल्लेबाज नहीं चला और टीम का स्कोर 136 रन तक ही पहुंच सका।
जवाब में सुपरकिंग्स की ओर से ओपनर्स ने जोरदार बैटिंग की। पार्थिव पटेल ने 57 और मैथ्यू हेडन ने 33 रन बनाए। लेकिन इन दोनों के आउट होने के बाद पारी बिखर गई। नतीजा रहा चेन्नई का स्कोर भी 136 रन तक पहुंच सका। मैच टाई रहा। अब फैसला सुपरओवर के पाले में था।
पहले बल्लेबाजी पर इस बार चेन्नई उतरी। थेरॉन ने गेंद संभाली। चेन्नई सुपरओवर में पांचगेंद पर महज 9 रन बना सकी। दूसरी गेंद पर मैथ्यू हेडन और पांचवी पर सुरेश रैना के विकेट गंवा दिए। किंग्स इलेवन ने महेला का विकेट खोया पर 10 रन बनाकर सुपर ओवर जीता और मैच भी। विनिंग शॉट युवराज के बल्ले से निकला। सुपर ओवर में कसी हुई गेंदबाजी करने और इससे पहले दो विकेट झटकने वाले थेरॉन मैन ऑफ द मैच बने।