फिल ह्यूज, एक ऐसा नाम जिसे खेल जगत कभी भुला नहीं पाएगा। ऑस्ट्रेलिया का वो उभरता सितारा जिसकी रनों की रफ्तार को एक बाउंसर ने हमेशा के लिए रोक दिया। आज ही के दिन यानि 27 नवंबर 2014 को ह्यूज इस दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया था और अपने पीछे छोड़ गए वो दर्दनाक यादें। आइये आपको बताते हैं फिल ह्यूज की जिंदगी से जुड़ी अनकही किस्सों पर। साथ ही जिक्र करेंगे उस हादसे के बारे में जिसने खेल प्रेमियों की आत्मा को झकझोर कर रख दिया।

फिल ह्यूज
फिल ह्यूज का जन्म 30 नवंबर 1988 को न्यू साउथ वेल्स में हुआ था। उनके पिता ग्रेग ह्यूज केले की खेती करते थे। मां इटेलियन थी। ह्यूज की जिंदगी थोड़ी गरीबी में गुजरी थी।

फिल ह्यूज
फिल ह्यूज ऑस्ट्रेलिया के उभरते सितारे थे। ह्यूज ने अपने फर्स्ट क्लास करियर में 26 शतकों के साथ 9 हजार से ज्यादा रन बनाए थे।ह्यूज ने 25 वनडे मैचों में दो शतक की मदद से 826 रन जबकि 26 टेस्ट मैचों में लगभग डेढ़ हजार रन बनाए।

फिल ह्यूज
साल 2008 के अंडर-19 क्रिकेट वर्ल्ड कप में फिल ह्यूज ऑस्ट्रेलियाई टीम का अहम हिस्सा थे। ये वही वर्ल्ड कप था जिसमें विराट कोहली ने भारत को खिताब दिलाया था।

फिल ह्यूज
शेफील्ड शील्ड के एक मैच में ह्यूज जब साउथ ऑस्ट्रेलिया की ओर से खेलते हुए 63 रन पर बैटिंग कर रहे थे। तभी न्यू साउथ वेल्स के तेज गेंदबाज सीन एबॉट की एक खतरनाक बाउंसर उनके हेलमेट में लगी। गेंद लगते ही ह्यूज पिच पर ही अचेत अवस्था में गिर पड़े।

फिल ह्यूज
इसके बाद ह्यूज को तुरंत सिडनी के सेंट विंसेंट अस्पताल में लाया गया। चोट लगने की वजह से ह्यूज कोमा में चले गए, जहां कुछ दिनों बाद उनकी मौत हो गई।

फिल ह्यूज
फिल ह्यूज ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क और डेविड वॉर्नर के सबसे करीबी दोस्तों में से एक थे। उनकी मौत के बाद दोनों कई दिनों तक सदमे में डूबे रहे।

फिल ह्यूज