क्रिकेट इतिहास के सबसे महान लेग स्पिनर शेन वार्न का करियर विवादों से भरा रहा। वार्न की हरकतों के कारण कई बार क्रिकेट को शर्मिंदा होना पड़ा। कभी सेक्स संबंधों की वजह से उनका नाम बदनाम हुआ तो कभी शराब की वजह से उनको निशाना बनना पड़ा। मगर वार्न की हरकतों में कोई बदलाव नहीं आया।
2003 विश्व कप में ऑस्ट्रेलियाई टीम का ऐलान हुआ। 1999 विश्व कप में शानदार गेंदबाजी करने वाले शेन वार्न का टीम में चुना जाना तय था। हाल के समय में उन्होंने एकदिवसीय और टेस्ट दोनों तरह की क्रिकेट में शानदार गेंदबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया को कई मैच जिताए थे। इसलिए टीम उनको हर हाल में 2003 विश्व कप का हिस्सा बनाना चाहती थी। इसलिए टीम में उनका चयन भी हुआ। मगर वार्न पर तो कुछ और ही लत सवार थी। वह डोपिंग के कब्जे में आ चुके थे और यह बात उनके डोप टेस्ट में सामने आ गई।
अब उनके पास बहाना बनाने के अलावा और कोई चारा नहीं था। उन्होंने कहा कि उनकी मां ने उनको यह दवा दी थी। मगर इससे अधिकारियों पर कोई फर्क नहीं पड़ा। उनको तुरंत ऑस्ट्रेलियाई टीम से निकाल दिया गया। बाद में उनको 1 साल के लिए क्रिकेट से प्रतिबंधित कर दिया गया। यह वह दौर था जब वार्न अपने चरम पर थे।
जहां भी जाते बल्लेबाज उनके सामने पनाह मांगते दिखाई देते। वार्न के टीम से बाहर होने के बावजूद ऑस्ट्रेलियाई टीम ने भारत को हराकर विश्व कप खिताब पर अपना कब्जा जमाया और शेन वार्न डोपिंग की अपनी लत की वजह से बड़ी जीत का हिस्सा बनने से रह गए। एक साल तक उनकी जगह टेस्ट टीम में स्टुअर्ट मैक्गिल ने ली और शानदार गेंदबाजी करते हुए उनकी कमी की भरपाई की। इस घटना के बाद वार्न में नशे को लेकर कुछ बदलाव आया हालांकि सेक्स संबंधों को लेकर बाद में भी कई बार यहां तक की क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद भी उनका नाम उछाला गया।