विराट कोहली की गिनती आज विश्व क्रिकेट के सबसे सफल खिलाड़ियों में होती है। वर्तमान समय में उनका रुतबा काफी बड़ा हो चुका है। विराट तीनों फॉर्मेट (टेस्ट, वनडे, टी-20) में भारतीय टीम के कप्तान हैं और विश्व के सबसे खतरनाक बल्लेबाजों में भी शामिल हैं। उनकी कप्तानी में टीम इंडिया अच्छा प्रदर्शन भी कर रही है। लेकिन इंटरनेशनल क्रिकेट में विराट का पदार्पण इतना आसान नहीं रहा था।
विराट कोहली ने 18 अगस्त 2008 को श्रीलंका के खिलाफ वनडे मैच के साथ इंटरनेशनल क्रिकेट मे कदम रखा था। दांबुला में हुए इस मैच में न तो खुद विराट कोहली, न ही भारतीय टीम कोई खास प्रदर्शन कर पाई थी। विराट बल्ले से फ्लॉप रहे थे और भारतीय टीम को भी लंका के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।
साल 2008 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारत को श्रीलंका के खिलाफ उन्हीं की सरजमीं पर पांच वनडे मैच की सीरीज खेलनी थी। इससे पहले अनिल कुंबले की कप्तानी में भारत टेस्ट सीरीज हार चुका था। मिस्ट्री स्पिनर अजंता मेंडिस की फिरकी ने स्पिन खेलने में माहिर माने जाने वाले भारतीय बल्लेबाजों को उलझाकर रख दिया था। टेस्ट सीरीज की निराशा के बाद वनडे सीरीज में धोनी की कप्तानी में कुछ उम्मीद की किरण बाकी थी। पहले वनडे में धोनी ने युवा विराट कोहली को डेब्यू करने का मौका दिया। विराट भारत की अंडर-19 विश्वकप विजेता टीम के कप्तान और आक्रामक बल्लेबाज के तौर पर पहचान बना रहे थे।
दांबुला में हुए पहले वनडे में भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया, लेकिन ये गलत साबित हुआ। गौतम गंभीर के साथ युवा विराट कोहली ओपनिंग करने उतरे। मैच की दूसरी गेंद पर ही चामिंडा वास ने गंभीर को बोल्ड कर दिया। विराट ने संभलकर शुरुआत की और एक चौका भी लगाया, लेकिन अपनी पारी को 22 गेंद से ज्यादा आगे नहीं बढ़ा सके। 12 रन बनाकर विराट कोहली नुवान कुलसेखरा की गेंद पर एलबीडब्ल्यू हो गए। भारतीय बल्लेबाज मैच में बुरी तरह फ्लॉप रहे और पूरी टीम महज 146 रन ही बना सकी। श्रीलंका ने आठ विकेट से मैच जीता। हालांकि भारत ने बाद में सीरीज में वापसी की और 3-2 से जीत हासिल की।
विराट ने भी इसके बाद लगातार अपने खेल में सुधार करते हुए विश्व क्रिकेट में अपने लिए जबरदस्त मुकाम कायम किया। अब तक विराट कोहली 189 वनडे की 181 पारियों में 54.68 की औसत से 8257 रन बना चुके हैं। उनके नाम 28 शतक और 43 अर्धशतक दर्ज हैं। वनडे में विराट का स्ट्राइक रेट 91.06 का है। इस लिहाज से कह सकते हैं कि विराट का आगाज भले ही मनमुताबिक न रहा हो, लेकिन इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा।