आईपीएल(इंडियन प्रीमियर लीग) के आने के साथ ही भारत में टी20 क्रिकेट की लोकप्रियता आसमान पर पहुंच गई और पहुंचे भी क्यों ना भारतीय टीम ने टी20 की विश्व चैंपियन जो बनी थी। लेकिन इस लोकप्रियता के साथ कई विवाद भी आईपीएल की वजह से आए। उनमे से एक है ‘थप्पड़ कांड’। आईपीएल के पहले ही सीजन में हरभजन सिंह ने भारतीय टीम के ही अपने साथी क्रिकेटर एस. श्रीसंत को जोरदार थप्पड़ रसीद कर दिया था। मीडिया ने रोते हुए श्रीसंत की फुटेज दिखाकर खूब टीआएपी भी बटोरी।
यह घटना अप्रैल, 2008 के आईपीएल में हुई थी जब मोहाली में मुंबई इंडियंस और किंग्स इलेवन पंजाब के बीच मैच खेला जा रहा था। मैच में किंग्स इलेवन पंजाब ने मुंबई इंडियंस को हरा दिया था। सारे खिलाड़ी जीत का जश्न मना रहे थे तभी कैमरे की नजर रोते हुए श्रीसंत पर गई। पहले तो लगा वह जीत की खुशी में रो रहे हैं लेकिन बाद में पता चला की हरभजन सिंह ने उनको थप्पड़ मारा था जिसके बाद वह रो रहे थे। हालांकि दोनों में से किसी भी खिलाड़ी ने किसी भी तरह का खुलासा नहीं किया कि आखिर क्यों हरभजन ने थप्पड़ जड़ा था।
हरभजन के इस थप्पड़ के बाद काफी विवाद हुआ और उनको 11मैचों का प्रतिबंध और एक मैच की फीस का जुर्माना भी झेलना पड़ा था। कई सालों बाद हरभजन ने एक इंटरव्यू के दौरान इस बात को स्वीकार किया था कि मैदान पर श्रीसंत को थप्पड़ मारना उनकी सबसे बड़ी गलती थी लेकिन साथ ही उन्होंने यह भी जोड़ा था कि श्रीसंत जिस तरह से रो रहे थे वह नाटक था। उन्होंने इतनी तेज थप्पड़ नहीं मारा था लेकिन उन्होंने इसका नाटक बनाते हुए मैदान पर फूट फूट कर रोना शुरू कर दिया था।
इस थप्पड़ से शुरू हुआ विवादों का सिलसिला हर आईपीएल के साथ आगे बढ़ता गया और विवादों की फेहरिस्त और लंबी होती गई। आईपीएल की वजह से विदेशी खिलाड़ी भारतीय खिलाड़ियों से घुले मिले तो आपस में कई भारतीय खिलाड़ियों के रिश्ते बिगड़े भी। हरभजन और श्रीसंत इसका पहला उदाहरण थे।