खेल के दौरान क्रिकेट के मैदान में तो वैसे भी माहौल काफी तनाव भरा होता है क्योंकि क्रिकेटर्स को अपने फैन्स और देश के लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरने की जिम्मेदारी होती है। खिलाड़ियों की चाहत यही होते है कि हर मैच में एक गजब की जीत के साथ वो क्रिकेट के प्रशंसकों को एक बेहतरीन सौगात दें। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसी तनाव भरे माहौल को थोड़ा सा नॉर्मल बनाने के लिए हमारे क्रिकेटर्स ड्रेसिंग रूम में आपस में खूब मस्ती करते हैं। वहीं कभी-कभी तनाव के चलते भी क्रिकेटर्स ड्रेसिंग रूम में अपनी भड़ास निकालते हैं। आज हम आपको भारतीय टीम के ड्रेसिंग रूम से जुड़े ऐसे ही पांच किस्सों के बारे में बताने जा रहे हैं।
यह मामला है विराट कोहली की इंडियन टीम में एंट्री का। वहीं इससे पहले ही साथी खिलाड़ियों ने उनके साथ प्रैंक करने का प्लान बना लिया था। इसके बाद जब कोहली पहली बार इंडियन टीम के ड्रेसिंग रूम में आए तो साथी खिलाड़ियों ने उनसे कहा कि जो भी खिलाड़ी भारतीय टीम में नया शामिल होता है, उसे सचिन के पैर छूने होते हैं। बस फिर क्या था, जैसे ही सचिन वहां आए तो विराट कोहली उनके पैर छूने लगे। इस पर सचिन ने उन्हें रोकते हुए पूछा कि “कुछ चाहिए क्या…”। जिसके बाद विराट कोहली ने सचिन को पूरा मामला समझाया। वहीं सचिन ने उनसे कहा कि तुम्हारे साथ मजाक हुआ है।
जब सचिन के पैरों में गिरे कोहली
यह बात साल 2000 की है, जब युवराज सिंह भारतीय टीम में अपनी जगह पक्की करने के लिए संघर्ष ही कर रहे थे और उन्हें पहली बार भारतीय टीम की ओर से खेलने का मौका मिला था। उस दौरान भारत की कप्तानी सौरव गांगुली के हाथ में थी। सभी क्रिकेटर ड्रेसिंग रूम में बैठे थे, तभी सौरव ने युवराज से पूछा कि “ओपेन करेगा ना..”। बस फिर क्या था। इस सवाल के बाद युवराज सिंह के सिर से पसीने छूटने लगे और वे इतना घबरा गए थे कि काफी देर बाद उन्होंने अपने आप को संभालते हुए जवाब दिया था- “हां…”। युवराज सिंह के मुताबिक उन्हें उस सवाल के बाद नींद की गोलियां तक खानी पड़ी थीं।
जब युवराज के छूटे पसीने
क्रिकेट के मैदान और बाहर हर समय लाइट मूड में दिखने वाले मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर को उनके फैन्स ने शायद ही गुस्से में देखा होगा। यहां तक की कुछ लोगों को तो यह लगता होगा कि उन्हें गुस्सा ही नहीं आता होगा। लेकिन आपको बता दें कि सचिन को भी गुस्सा आता है और इस बात का उदाहरण है 2004 का मुल्तान टेस्ट। इस मैच में सचिन ने शानदार बैटिंग की थी और उस दौरान इस मैच की कप्तानी थी राहुल द्रविड़ के हाथ में। सचिन अपने 200 रनों के स्कोर से मात्र 6 रन ही दूर थे कि तभी कप्तान राहुल द्रविड़ ने पारी घोषित कर दी। जिसके बाद सचिन काफी गुस्से में ड्रेसिंग रूम पहुंचे और जब द्रविड़ ने उनसे बात करने की कोशिश की तो उन्होंने कहा कि “मुझे अकेला छोड़ दो…”। हालांकि इसके बाद द्रविड़ ने उनसे इसके लिए माफी भी मांगी थी।
जब क्रिकेट के भगवान को आया गुस्सा
आप भारत का कोई भी मैच देखने जाएं तो आपको वहां पर भारत के तिरंगे में रंगा पुता एक शख्स शंख बजाता जरूर दिखेगा। यह कोई और नहीं बल्कि भारतीय टीम और सचिन तेंदुलकर के सबसे बड़े फैन सुधीर चौधरी हैं। जब भारत ने कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की अगुआई में विश्वकप जीता था, तब सुधीर को भी भारतीय टीम के ड्रेसिंग रूम में आने का मौका मिला था। वे साल 2011 में भारतीय टीम के विश्वकप जीतने के बाद ड्रेसिंग रूम में आए थे। जहां पर सचिन ने उन्हें विश्वकप उठाने का मौका दिया था।
ड्रेसिंग रूम में आया टीम इंडिया का सबसे बड़ा फैन
क्या आपको पता है कि महेंद्र सिंह धोनी को “माही” और “कैप्टन कूल” के साथ-साथ एक और निक नेम से बुलाया जाता था। जी हां, धोनी को शुरुआती दिनों में ड्रेसिंग रूम में सभी साथी खिलाड़ी बिहारी कहकर बुलाते थे। वहीं धोनी भी साथियों के इस प्यार भरे नाम को दिल से स्वीकार करते थे और मुस्कुरा कर जवाब देते थे।
धोनी को साथी खिलाड़ी कहते थे ‘बिहारी’