संदीप पाटिल कई सालों तक भारतीय टीम के मुख्य चयनकर्ता रहे और उनके कार्यकाल के दौरान टीम इंडिया ने कई बड़ी सीरीजों में जीत दर्ज की। इसके साथ ये भी साबित हो गया कि पाटिल की टीम चुनने का तरीका हमेशा से बेहतरीन रहा।
संदीप पाटिल ने भारतीय टीम के लिए साल 1980 से 1986 तक क्रिकेट खेली और इस दौरान उन्हें मिलीजुली सफलता प्राप्त हुई। इन्हीं दिनों की बात है जब डैशिंग और गुडलुकिंग संदीप पाटिल का नाम कुछ अभिनेत्रियों से जुड़ा। इनमें फिल्म कभी अजनबी की खूबसूरत हीरोइन देबाश्री रॉय का नाम खूब चर्चा में रहा। ये वो दौर था जब पाटिल को लेकर क्रिकेट बिरादरी में खूब चर्चाएं चल रही थीं क्योंकि वह हाल ही में कुछ बेहतरीन पारियां खेलकर ऑस्ट्रेलिया से लौटे थे। इस दौरे में उन्होंने एडीलेड टेस्ट में 220 गेंदों में 174 रनों की पारी खेली थी। वो भी डेनिस लिली और लेन पासकोए जैसे गेंदबाजों के खिलाफ।
इसी दौरान उन्हें फिल्म कभी अजनबी में मेल लीड रोल करने का ऑफर मिला और उन्होंने ऑफर को झट से स्वीकार कर लिया। वह इस फिल्म से इतने ज्यादा इमोशनली जुड़ गए कि उन्होंने साल 1983 में टीम इंडिया के वेस्टइंडीज दौरे पर जाने से इंकार कर दिया। लेकिन उनकी ये फिल्म फ्लॉप रही और इसके बाद पाटिल को अपने एक्टिंग करियर से तौबा करना पड़ा। हालांकि, उन्होंने इसके कुछ महीनों बाद टीम इंडिया में फिर से वापसी की, और कुछ सालों तक क्रिकेट खेली भी लेकिन अब उनमें वह बात नहीं बची थी और साल 1986 के बाद से वह क्रिकेट टर्फ से गायब हो गए।
इस फिल्म में विकेटकीपर सैय्यद किरमानी ने भी विलेन का रोल किया था। इस रोल में किरमानी ने लंबी और घनी दाढ़ी रखी हुई थी जो विलेन के मुताबिक उनपर खूब फब रही थी। इसके अलावा साल 1983 विश्व कप विजेता टीम के कई अन्य खलाड़ियों ने भी इस फिल्म में एक्टिंग की थी।