ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मौजूदा टेस्ट सीरीज भारत के लिए पिछली कुछ सीरीज की तुलना में चुनौती भरी साबित हुई है। कंगारुओं के साथ-साथ जिस चीज ने टीम इंडिया के लिए चुनौती पेश की है, वो है डीआरएस। डीआरएस लेने में भारतीय टीम काफी फिसड्डी साबित हुई है। इस कारण कप्तान विराट कोहली सहित पूरी टीम को कई बार आलोचना का शिकार होना पड़ा। लेकिन रांची टेस्ट में टीम ने सटीक डीआरएस से ये ‘दूरी’ कम कर दी और सीरीज में पहली बार बॉलिंग के दौरान सफल रिव्यू लिया।
वाकया है ऑस्ट्रेलियाई पारी के 26वें ओवर का। अश्विन के इस ओवर की पहली ही गेंद को शॉन मार्श ने डिफेंस किया। गेंद हल्की सी उछली और शॉर्ट लेग पर खड़े पुजारा ने कैच लपक लिया। टीम इंडिया की बैट-पैड की अपील को अंपायर ने ठुकरा दिया और बिना वक्त गंवाए भारत ने रिव्यू ले लिया।
रिप्ले में साफ दिखा कि गेंद ने बल्ले का अंदरूनी किनारा लिया और फिर पैड से टकराकर पुजारा के हाथ में गई। टीवी अंपायर ने मार्श (2 रन) को आउट करार दिया। टीम इंडिया ने इससे पहले सीरीज में बॉलिंग के दौरान जब भी रिव्यू लिया, वो गलत साबित हुआ। लेकिन ये पहला मौका रहा, जब भारत ने सटीक रिव्यू लिया।