भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रही बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी अपने पूरे रोमांच पर है और इस सीरीज में स्लेजिंग और गर्मागर्मी का माहौल भी अपने चरम पर पहुच गया है। पहले डीआरएस विवाद को लेकर कोहली और स्मिथ में बयानबाज़ी हुई। उसके बाद रांची टेस्ट के दौरान विराट कोहली के कंधे में लगी चोट को लेकर मैक्सवेल ने सरे मैदान पर उनका मज़ाक उड़ा दिया। बाद में कोहली ने भी वार्नर के आउट होने पर करारा जवाब दिया। ऐसे अब तक बहुत से वाकये हुए हैं जिससे इस सीरीज में दोनों ही टीम की आक्रामकता निकल कर सामने आई।
अब बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी की इन तमाम घटनाओं पर खुद गौतम गंभीर ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। भले गंभीर इन दिनों टीम इंडिया का हिस्सा नहीं हैं लेकिन वो अपने पूरे करियर के दौरान उन्होंने भी हमेशा आक्रामकता के साथ क्रिकेट खेली और विरोधी टीम को मुँह तोड़ जवाब दिया। मौजूदा भारत-ऑस्ट्रेलिया सीरीज में आक्रामकता को लेकर गंभीर ने हिन्दुस्तान टाइम्स को दिए एक इंटरव्यू में कहा, “आक्रामकता और जोश से खेलना बिलकुल सही है, जब तक आप अपनी मर्यादा में रहते हुए दूसरे खिलाड़ियों की एकाग्रता भंग करते है, इसमें कोई बुराई नहीं है। लेकिन जो कुछ भी मैदान पर हो उसे वही छोड़कर आना चाहिए और ज्यादा व्यक्तिगत बातें न हो तो बेहतर होता है।”
गंभीर ने आगे स्लेजिंग पर कहा, “स्लेजिंग एक ऐसी चीज़ है, जो खेल को और रोमांचक बनाता है। हम कोई रोबोट नहीं है और जब आप अपने देश के लिए खेल रहे होते है, तो ऐसे में आप पर काफी ज़िम्मेदारी होती है और उस सब के बीच आपका आक्रामक होना लाज़मी है।”
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