“दबाव मत लो, शांत रहो, कॉन्फिडेंट रहो।” ये वो तीन फंडे थे, जिनके दम पर जसप्रीत बुमराह ने आईपीएल के 35वें मुकाबले में सुपरओवर की थ्रिलर मुंबई इंडियंस की झोली में डाल दिया।
गुजरात लॉयन्स की ओर से ब्रैंडन मैक्कुलम और आरोन फिंच जैसे बिग हिटर सुपर ओवर में उतरे थे। लेकिन भारतीय स्पीडस्टार ने कयासों-अंदाजों को पलटकर रख दिया और टीम को जोरदार जीत दिलाई।
टीम की जीत का नक्शा गढ़ने के बाद बुमराह ने बताया कि आखिर बेहद दबाव भरा सुपर ओवर फेंकने से पहले उनकी रणनीति क्या थी। उन्होंने कहा, “टीम के साथियों ने भी मुझसे बात की। मैंने खुद से भी ये ही कहा कि अतिरिक्त दबाव लेने की जरूरत नहीं है। बस अपनी क्षमताओं पर भरोसा रखो, कॉन्फिडेंट रहो और शांत रहो। इसके बाद जो योजना टीम ने बनाई है, उस पर अमल करो।”
बुमराह ने अपने इस रोमांचक अनुभव पर भी बात की और कहा, “ये पहला मौका था, जब मैं सुपरओवर में बॉलिंग कर रहा था। दबाव तो था ही, क्योंकि हमने सिर्फ 11 रन बनाए थे। लेकिन यही वक्त होता है जब आपको नकारात्मक चीजों से दिमाग हटाना होता है। सिर्फ सकारात्मक पक्ष को देखें और योजना के मुताबिक खेलें।” अंतिम ओवरों में अपनी धारदार गेंदबाजी पर बात करते हुए बुमराह ने बताया, “लसिथ मलिंगा विकेट के पास जूते रखकर यॉर्कर का अभ्यास करते हैं। लेकिन मेरा तरीका कुछ अलग है। मैं नेट्स पर न सिर्फ यॉर्कर बल्कि पूरी तरह डेथ ओवर गेंदबाजी का अभ्यास करता हूं। मुझे गुजरात, मुंबई इंडियंस और भारत के लिए यही भूमिका निभानी होती है। इसलिए अच्छा अभ्यास जरूरी रहता है।”
गौरतलब है कि गुजरात लॉयन्स बनाम मुंबई इंडियंस मुकाबले में दोनों टीम ने 20 ओवर में 153 रन बनाए। मुकाबला सुपर ओवर में गया, जहां मुंबई ने पहले बैटिंग करते हुए 11 रन बनाए। लेकिन जसप्रीत बुमराह की ‘डेथ ओवर स्पेशलिस्ट’ गेंदबाजी से मुंबई ने ये लक्ष्य बचा लिया और रोमांचक जीत दर्ज की।