हाई वोल्टेज मुकाबले में पाकिस्तान को 124 रनों से हराना, भारत के लिए आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में इससे अच्छा आगाज़ नहीं हो सकता। भारत के बल्लेबाज़ी में संयम के साथ आक्रमकता भी थी। रोहित शर्मा और शिखर धवन ने जहां भारत को अच्छी शुरुआत दिलाई वहीं युवराज अपने रंग में नज़र आए। ऐसा लग रहा था कि कोहली मैदान पर उतरते ही पाकिस्तानी गेंदबाज़ों पर धावा बोलेंगे। लेकिन शुरूआती कुछ ओवर में उनका बल्ला खामोश रहा और दूसरे छोर पर खड़े युवी ने अपनी तूफानी पारी से कप्तान के ऊपर बढ़ते दबाव को कम कर दिया। बारिश के कारण मैच 48 ओवर का हो गया और भारत ने तीन विकेट पर 319 रन बनाए।
टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए रोहित शर्मा (91), शिखर धवन (68), युवराज सिंह (53) और कप्तान विराट कोहली (नाबाद 81) की नायाब पारियों की बदौलत भारत बड़ा स्कोर खड़ा करने में कामयाब रहा जिसके सामने पाकिस्तानी टीम बौनी नज़र आई और 33.4 ओवरों में 164 के मामूली स्कोर पर ढेर हो गई। लेकिन इन सबके के दरमियान एक ऐसी भी पारी थी जिसकी चर्चा जोरो शोरो पर हैं। वह थी भारत की पारी का 48वां ओवर जिसमें हार्दिक पंड्या ने तीन गेंदो पर लगातार छक्के जड़कर बता दिया था कि क्यों उनको बेस्ट फिनिशर कहा जाने लगा है।
क्या हुआ था आखिरी ओवर में ?
दरअसल मैच के आखिर में ऐसा लग रहा था कि भारत 300 रन के आस पास ही पहुंच सकेगा। भारत 47 ओवर में 296 रन बना चूका था। पाकिस्तान की ओर से आखिरी ओवर फेंकने स्पिनर इमाद वसीम आए और इस ओवर में उन्होंने कुल 23 रन लुटा दिए। वसीम की पहली गेंद पर गेंद पंड्या ने लॉन्ग ऑन पर जबरदस्त छक्का लगाकर स्कोर को 300 रन के पार पहुंचा दिया। इसके बाद इमाद ने अगली दो गेंद भी फुल लेंथ की डाली और पंड्या ने बिना कोई गलती किए वही हश्र किया जो पहली गेंद पर किया था। उन्होंने वसीम की दूसरी और तीसरी गेंद को भी बाउंड्री रेखा के पार स्टेडियम पहुंचा दिया। पंड्या की इस तूफानी पारी के बदौलत भारत का स्कोर 314 रन पहुंच चुका था। आखिरी गेंद पर कोहली ने शानदार चौका लगाया जिससे भारत का स्कोर 319 रन हो गया।