हाल ही में भारतीय क्रिकेट टीम ने पाकिस्तान के पूर्व ऑलराउंडर शाहिद अफरीदी को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद टीम इंडिया की जर्सी तोहफे में भेजी थी। खास संदेश के साथ जर्सी पर भारतीय कप्तान विराट कोहली से लेकर पूर्व डायरेक्टर रवि शास्त्री तक के ऑटो ग्राफ थे। अफरीदी ने भी इस तोहफे के लिए टीम इंडिया को शुक्रिया कहा था लेकिन अफरीदी का भारत के एक क्रिकेटर के साथ संबंध अभी तक ठीक नहीं हो पाया है। और वो खिलाड़ी हैं भारतीय क्रिकेट टीम के ओपनर गौतम गंभीर। उन्होंने स्वीकार किया कि अनुभवी सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर के साथ वह कभी कॉफी पीते हुए नहीं दिख सकते।
इस ऑल राउंडर ने हाल में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया है जबकि गंभीर भारतीय टीम में नियमित नहीं है, उन्होंने सीमित ओवरों का मैच चार साल से ज्यादा समय पहले खेला था।
भारत और पाकिस्तान के बीच चार जून के चैम्पियंस ट्रॉफी मुकाबले से पहले अफरीदी ने आईसीसी कॉलम में चिर प्रतिद्वंद्वी टीम के खिलाफ खेलने के अनुभव को याद किया।
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अफरीदी ने कहा, ‘‘भारत और पाकिस्तान के खिलाड़ियों का आपस में तालमेल काफी बढ़िया है। निश्चित रूप से कुछ अपवाद हैं जैसे गौतम गंभीर, मैं कहूंगा कि उनके साथ ऐसा नहीं है। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम कभी भी काफी की दुकान में एक साथ बैठे हुए नहीं मिल सकते। कुछ साल पहले हम दोनों के बीच मैदान पर गर्मागर्मी हुई थी और यह पूरी दुनिया में सुखिर्यां बन गयी थी। मैं इसे भूल गया क्योंकि मुझे लगता है कि ये चीजें खेल का हिस्सा होती हैं लेकिन कुछ कारणों से गौतम गंभीर इससे उबर नहीं सके हैं। ’’
आपको बता दें कि अफरीदी और गौतम गंभीर की लड़ाई पुरानी है इसकी शुरुआत साल 2007 से हुई थी जब दोनों एक मैच के दौरान मैदान में झगड़ा पड़े थे। तब अफरीदी गेंदबाजी कर रहे थे, और गंभीर बल्लेबाजी। गंभीर रन लेन के लिए दौडने लगे, लेकिन बीच पिच पर उनकी टक्कर अफरीदी से हो गई। फिर दोनों ने एक दूसरे को गालियां दी थी।
मामला यहीं नहीं रुका चार साल बाद 2011 में ये दोनों फिर से लड़ पड़े। मामला मैदान से बाहर का था, अफरीदी ने कहा था कि, भारत जितनी नफरत पाकिस्तान के लोग नहीं करते। उसपर गौतम गंभीर ने कहा था, कि शाहिद अफरीदी अभी बच्चें हैं। अब एक बार फिर सबकी नजर गंभीर पर चली गई है कि इस बात का जवाब वो किस तरह से देते हैं।
इनपुट भाषा और आईसीसी से