हैदराबाद के राजीव गांधी स्टेडियम में राइज़िंग पुणे सुपरजाइंट को मात्र 1 रन से मात देते हुए मुंबई इंडियंस ने आईपीएल-10 के ख़िताब को अपने नाम कर लिया। इस जीत के साथ ही मुंबई की टीम ने तीसरी बार आईपीएल जीत लिया। इस तरह से मुंबई तीन बार आईपीएल ख़िताब जीतने वाली पहली टीम बन गई है। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करते हुए मुंबई की टीम ने निर्धारित 20 ओवरों में 8 विकेट पर 129 रन का स्कोर खड़ा किया। इसके जवाब में पुणे की टीम ने 6 विकेट के नुकसान पर 128 रन बना सकी। एक नज़र डालते है मुंबई इंडियंस की जीत के चार अहम कारणों पर :
1. क्रुणाल पंड्या की महत्वपूर्ण पारी : मुंबई इंडियंस के हरफनमौला खिलाड़ी क्रुणाल पंड्या ने बल्ले से इस मैच में अपनी टीम के लिए एक अहम पारी खेली। वो जब बल्लेबाज़ी करने आए थे तो मुंबई की टीम सिर्फ 65 रन पर 5 विकेट खो चुकी थी। इन हालत में क्रुणाल ने 38 गेंदों पर 47 रनों की पारी खेलकर अपनी टीम को एक सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। इस पारी के दौरान उन्होंने 3 चौके और 2 छक्के जड़े। अंत में क्रुणाल के ये रन मुंबई के लिए मैच जीताऊ साबित हुए।
2. मिचेल जॉनसन का आखिरी ओवर : पुणे की टीम को आखिरी ओवर में 11 रनों की दरकार थी और उसके 6 विकेट हाथ में थे। पुणे की टीम के लिए सबसे अच्छी बात ये थी कि उनके कप्तान स्टीव स्मिथ क्रीज़ पर मौजूद थे और उस समय ऐसा लग रहा था कि पुणे की टीम ये मैच जीत जाएगी। लेकिन आखिरी ओवर में जॉनसन ने दो विकेट चटका कर मैच को मुंबई की झोली में डाल दिया। इनमें स्मिथ मनोज तिवारी के अहम विकेट शामिल थे। जॉनसन ने 4 ओवर में 26 रन देते हुए 3 विकेट हासिल किए।
3. जसप्रीत बुमराह की कसी हुई गेंदबाज़ी : ये फाइनल में मुंबई इंडियंस की कसी हुई गेंदबाज़ी ही रही जिसने उसे आईपीएल का ख़िताब दिलवाया। बुमराह ने एक बार फिर से शानदार गेंदबाज़ी करते हुए मुंबई को अपना तीसरा आईपीएल ख़िताब जिताया। बुमराह ने 4 ओवरों में 26 रन देते हुए 2 महत्वपूर्ण विकेट चटकाए। इन दो विकेटों में एमएस धोनी का बेशकीमती विकेट भी शामिल था। धोनी से पहले उन्होंने राहुल त्रिपाठी का विकेट चटकाया।
4. पुणे की ख़राब बल्लेबाज़ी : फाइनल में जीत के लिए 130 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए पुणे के खिलाड़ियों ने बल्ले से बेहद ही निराशाजनक प्रदर्शन किया। जब मुंबई ने सिर्फ 129 रनों का स्कोर खड़ा किया तो ऐसा लग रहा था कि पुणे की टीम इस मैच को जीत लेगी। लेकिन धोनी, रहाणे और स्मिथ जैसे धुरंधर बल्लेबाज़ों से सजा पुणे का बल्लेबाज़ी क्रम अपने स्तर के मुताबिक नहीं चल सका। मुंबई की जीत की एक बेहद ही अहम वजह रही पुणे की ख़राब बल्लेबाज़ी।