आईपीएल और मैच फिक्सिंग का नाता काफी पुराना है। आईपीएल-10 अभी तक तो इससे अछूता ही दिख रहा था लेकिन अब एक बार फिर से आईपीएल में फिक्सिंग की बू आने लग गई है। 10 मई को कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में गुजरात लायंस और दिल्ली डेयरडेविल्स के बीच खेले गए मैच में फिक्सिंग की बात सामने आ रही है। दरअसल, कानपुर के जिस होटल में दोनों टीम के खिलाड़ी ठहरे थे, उसी होटल से तीन सट्टेबाज गिरफ्तार किए गए थे। पुलिस ने जब इन तीनों लोगों को गिरफ्तार करते हुए उनसे पूछताछ शुरू की तो उन्हें पता चला कि इनमें से एक गुजरात के दो खिलाड़ियों से संपर्क में था।
इसके बाद अब संभव है कि पुलिस गुजरात लायंस के दोनों खिलाड़ियों से पूछताछ करेगी। गौरतलब है कि 10 मई को कानपुर पुलिस ने नयन रमेश शाह, विकास चौहान और रमेश कुमार नामक तीन शख्स को सट्टा लगाने के आरोप में उसी होटल (होटल लैंडमार्क) से गिरफ्तार किया जहां खिलाड़ी ठहरे हुए थे। ये तीनों ही अजमेर के बंटी नामक एक बुकी से लगातार संपर्क में थे।
कानपुर (ईस्ट) के एसपी अनुराग आर्य ने टाइम्स ऑफ इंडिया से इस बारे में बात करते हुए कहा, ‘शाह के फोन में रिकॉर्ड एक व्हाहट्सएप चैट में वह बंटी से कह रहा है कि वह गुजरात लायंस के 2 खिलाड़ियों के संपर्क में है। सोमवार को उसकी पुलिस रिमांड हासिल करने के बाद हम लोग दोनों खिलाड़ियों से उसकी नजदीकी को लेकर पूछताछ करेंगे। अगर वह दोनों खिलाड़ियों का नाम बता देता है तो पुलिस उन खिलाड़ियों से भी पूछताछ करेगी।’
एसपी ने आगे कहा कि “व्हाहट्सएप चैट में नयन रमेश शाह अजमेर के बुकी बंटी से कह रहा है कि गुजरात लायंस के 2 खिलाड़ी सेट हो चुके हैं और वे वैसा ही करेंगे जैसा हम उसे कहेंगे। एक और मैसेज में वह यह कहता पाया जा रहा है कि गुजरात लायंस अगर 200 रन भी बना ले तब भी हारेगी।”
आपको बता दें 10 मई को ग्रीन पार्क में गुजरात लायंस और दिल्ली डेयरडेविल्स के बीच हुए मैच में गुजरात ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 20 ओवरों में 5 विकेट के नुकसान पर 195 रन बनाए थे। इसके जवाब में दिल्ली की टीम ने ये लक्ष्य हासिल कर लिया था। ऐसे में सट्टेबाज़ों की व्हाहट्सएप चैट और मैच का ठीक वही नतीजा शक को और भी पुख्ता करता है।