दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टी20 मैच में शीर्ष क्रम के लड़खड़ा जाने के बाद एक खिलाड़ी जो सबसे हिट रहा वो है मनीष पांडे। पांचवे नंबर पर मिले मौके को भुनाते हुए मनीष पांडे ने अतंर्राष्ट्रीय टी20 करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी खेलते हुए नाबाद 79 रन बनाए। उन्होंने महेंद्र सिंह धोनी(52) के साथ 98 रन की नाबाद साझेदारी करते हुए टीम के स्कोर को 188 रन तक पहुंचाया और दोनों बल्लेबाज़ नाबाद पवेलियन लौटे। दूसरे टी20 में आतिशी पारी खेलने वाले मनीष मैच के बाद अपने इमोशन को कंट्रोल नहीं कर पाए और मिले मौके को लेकर उन्होंने बयान दिया।
मनीष पांडे ने मैच के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि अच्छी बल्लेबाज़ी करने के बाद उम्मीद है कि उन्हें टीम की ओर से खेलने के ज्यादा मौके मिलेंगे। वहीं उन्होंने बल्लेबाज़ी क्रम को लेकर भी अपनी प्रतिक्रिया दी।
टीम इंडिया से ज्यादा मौका मिलने की उम्मीद
मिडिल ऑर्डर में शानदार प्रदर्शन करने वाले मनीष ने कहा कि ‘ टीम में बैटिंग काम्बिनेशन के चलते मुझे पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करने के लिए आना पड़ता है। मुझे चौथे क्रम पर भी कुछ मौके मिले हैं और मैंने डेलिवर भी किया है। मैं समझता हूं कि मुझे कुछ ज्यादा योगदान करना चाहिए। खुद पर भी ज्यादा काम करने की जरूरत है।
बल्लेबाज़ी क्रम में हैं फ्लैक्सिबल
उन्होंने बल्लेबाज़ी क्रम को लेकर बात करते हुए कहा कि ‘भारत का टॉप ऑर्डर बेहतरीन है। ऊपर के चार बल्लेबाज 35-40 ओवरों तक आसानी से खेल लेते हैं। शीर्ष क्रम में विराट कोहली जैसे बल्लेबाज हैं। मेरे बाद महेंद्र सिंह धोनी बैटिंग करने आते हैं। ऐसे में अगर मुझे कुछ और मौके मिले तो मैं टीम के लिए और ज्यादा योगदान कर सकता हूं।’
भारत का टॉप ऑर्डर बेहतरीन है
बता दें कि दूसरे टी20 मैच में मनीष पांडे ने धुंआधार बल्लेबाज़ी करते हुए महज़ 48 गेंद पर ताबड़तोड़ 79 रन ठोंक डाले थे। उनके साथ महेंद्र सिंह धोनी ने भी 28 गेंद पर तेज़ अर्द्धशतक लगाते हुए 52 रन बनाए थे। हालांकि साउथ अफ्रीकी कप्तान जेपी डुमिनी और क्लासेन की शानदार पारी के दम पर साउथ अफ्रीका ने 6 गेंद शेष रहते ही 189 रन के लक्ष्य को आसानी से हासिल कर लिया था।
खेली थी तूफानी पारी
टीम से खेलने के लिए मिले मौके पर मनीष ने कहा कि ‘वैसे भी भारत जैसी टीम की ओर से खेलने के लिए इंतजार करना पड़ता है, क्योंकि इस टीम में कई स्टार और लीजेंड बैट्समैन है।’
टीम इंडिया से खेलने के लिए इंतजार करना बड़ी बात नहीं