वैसे तो देश के संविधान में हत्या करना एक गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है जिसके लिए सजा-ए -मौत का प्रावधान भी है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि क्रिकेट जगत में एक ऐसा भी अपराध है जिसे टीम इंडिया के पूर्व कप्तान हत्या के अपराध से भी बढ़कर मानते हैं। जी हाँ, टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का कहना है कि मैच फिक्सिंग करना हत्या करने से भी बड़ा गुनाह है। दरअसल, धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई सुपर किंग्स पर स्पॉट फिक्सिंग के चलते दो साल का प्रतिबंध लगाया गया था। इस वजह से धोनी को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। प्राप्त जानकारी के मुताबिक अब इस पर एक डॉक्यूमेंट्री बनाई जा रही है। यह डॉक्यूमेंट्री चेन्नई सुपर किंग्स की पिछले साल हुई वापसी और खिताब जीतने के सफर पर आधारित है।
‘रॉर ऑफ द लॉयन’ के नाम से बनी 45 सेकंड की इस डॉक्यूमेंट्री का ट्रॉलर रिलीज किया गया है। यह डाक्यूमेंटरी 20 मार्च से हॉटस्टार पर दिखाई जाएगी। इस डॉक्यूमेंट्री के ट्रेलर में धोनी कहते है कि “उनके लिए सबसे बड़ा अपराध हत्या करना नहीं, बल्कि मैच फिक्सिंग करना होगा।” इस ट्रेलर में धोनी कहते नज़र आते हैं कि “कुछ टीमें कथित तौर पर मैच फिक्सिंग में शामिल थी, मुझ पर भी आरोप लगा था। यह हम सभी के लिए कठिन दौर था। वापसी करना भावुक क्षण था और मैंने हमेशा ही कहा है, जिस चीज से आपकी मौत नहीं होती, वो आपको मजबूत बनाती है।” धोनी ने साल 2018 में चेन्नई फ्रेंचाइजी की अगुवाई करते हुए अपनी टीम को तीसरा आईपीएल खिताब जितवाया था। खबर है कि इस डॉक्यूमेंट्री में धोनी कई राज़ खोलते हुए नजर आएंगे।
धोनी के प्रशंसकों के लिए ख़ुशी की बात है कि उन्होंने साल 2018 में एक बार फिर से आईपीएल में दमदार वापसी कर ली है। टीम इंडिया को साल 2011 में विश्व कप जितवाने वाले पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी आईसीसी वर्ल्ड कप से पहले इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में खेलते हुए नजर आएंगे।