भारत के हाथों टेस्ट सीरीज में 4-0 से मिली शर्मनाक हार ने इंग्लैंड टीम को वो चोट दी है जिसका जख्म शायद इस टीम को काफी लंबे वक्त तक रहने वाला है. इस हार का ठिकरा इंग्लिश कप्तान एलिस्टर कुक पर फूटना लाजमी था और हुआ भी कुछ ऐसा ही। यही वजह है कि इस हार के लिए सबसे ज़्यादा आलोचना उनकी कप्तानी को लेकर हो रही है। अब कई सवाल ये उठने लगे हैं कि क्या कुक को कप्तानी से इस्तीफा दे देना चाहिए और युवा जो रुट को टीम की कमान सौंप दे देनी चाहिए। इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन की माने तो इंग्लैंड टीम को इस समय कुक के रनों की जरूरत है न की उनकी कप्तानी की।
वान ने डेली टेलीग्राफ में अपने कॉलम में लिखा ,‘‘ जब आप कप्तान हैं और टीम हार रही है तो आप खेल का मजा नहीं ले सकते. आप सुबह उठते हैं और आपको खेलने की इच्छा नहीं करती. कुक ने खेलने की वह उर्जा और इच्छाशक्ति फिर हासिल कर ली है. टीम को उसकी ताकत और रनों की जरूरत है, कप्तानी की नहीं .’’ उन्होंने कहा कि कुक को खुद से पूछना चाहिये कि क्या वह कप्तानी के लायक है.
उन्होंने कहा ,‘‘ कोई उस पर कुछ नहीं देने का आरोप नहीं लगा सकता लेकिन लगातार हार रही टीम को अगले सीजन में दक्षिण अफ्रीका और वेस्टइंडीज ले जाना कहां तक सही है. उसे खुद से सवाल करना होगा कि क्या उसे कप्तानी करनी चाहिये .’ उन्होंने कहा ,‘‘ यदि उसे लगता है कि वही सही कप्तान है उसे सभी प्रारूपों में खेलने वाले खिलाड़ियों को बैठाकर पूछना चाहिये कि टीम को सही दिशा में कैसे ले जाया जाये .’’ अब ये देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में कुक टीम के कप्तान बने रहते हैं या नहीं? जो भी हो एक बात तो साफ है कि इंग्लिश टीम को आने वाली श्रृंखलाओं में उनके रनों की दरकार जरूर होगी।