विराट कोहली को भारतीय क्रिकेट टीम की कमान संभाले कई महीने गुज़र चुके हैं, लेकिन आज भी क्रिकेट प्रेमी उन्हें बेहतरीन बल्लेबाज़ के रूप में ही अधिक जानते हैं। जब कप्तानी का जिक्र होता है तो आईपीएल जैसे लीग में भी कोहली का नाम काफी पीछे होता है। यानी बतौर कप्तान कोहली अपनी पहचान नहीं बना पाए हैं। कोच अनिल कुंबले के मामले में जो भी बातें समाने आ रही हैं, उनमें भी कोहली को ही अधिक ज़िम्मेदार ठहराया जा रहा है।
कुंबले जैसे शांत व्यक्ति से कोहली का विवाद यह बताता है कि कोहली अपनी बात हर हाल में मनवाना चाहते हैं। बीसीसीआई भी कुंबले-कोहली के विवाद को सुलझाने में नाकाम रहा है और इसलिए कुंबले ने इस्तीफा भी दिया। अब सवाल यह है कि अगर कोहली की सभी बातें बोर्ड ने मान ली हैं तो फिर टीम को अच्छा प्रदर्शन करना ही पड़ेगा वरना कोहली के लिए मुश्किलें बढ़ जाएंगी। इस पूरे मामले में कोहली की छवि खराब हुई है और बोर्ड से जुड़े कुछ लोगों का मानना है कि कोहली अहंकारी हैं।
बीसीसीआई के एक सूत्र के हवाले से खबर है कि अब अगर भारतीय टीम का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा तो कोहली पर गाज गिरेगी। चर्चाएं तो यहां तक भी हैं कि कोहली अगर परिस्थितियां संभालने में असफल रहे तो टीम की कमान फिर से महेंद्र सिंह धोनी को दी जा सकती है।
कोहली महान बल्लेबाज बनने की राह पर हैं, लेकिन एक कप्तान के तौर पर अब तक वो कुछ ख़ास साबित नहीं हुए हैं। टेस्ट क्रिकेट में कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम को जो सफलताएं मिली हैं, उसका श्रेय काफी हद तक घरेलू परिस्थितियों को जाता है। इसके अलावा कोहली की कप्तानी का बड़ा कमाल हम नहीं देख पाए हैं। सूत्रों के अनुसार कोहली और कुंबले की बातचीत लंबे समय से बंद थी और चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल के पहले कोहली ने कुंबले को अप्रिय शब्द भी कहे थे।
एक कप्तान से ऐसी उम्मीद की जाती है कि वह अपनी टीम को साथ लेकर चलेगा, लेकिन यहां तो कप्तान ने खुद ही ड्रेसिंग रूम का माहौल खराब किया। ऐसे हालात में धोनी याद आते हैं कि किस तरह उन्होंने टीम को एकसूत्र में बांधे रखा और खिलाड़ियों से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करवाया। सोशल मीडिया पर धोनी को फिर से कप्तान बनाने की मांग की जा रही है। सूत्रों के अनुसार बोर्ड ने भी कोहली की बात मानकर कुबंले का इस्तीफा भले ही करवा दिया हो, लेकिन साथ ही यह भी कहा है कि अब अगर टीम का प्रदर्शन खराब हुआ तो सारी जिम्मेदारी लेनी होगी। बदलती परिस्थितियों में अगर कोहली का ‘अहंकार’ कम न हुआ तो हम धोनी को फिर से टीम इंडिया का कप्तान देख सकते हैं। लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि धोनी ने अपनी मर्ज़ी से टीम की कप्तानी से इस्तीफा दिया था। अब वो दोबारा कप्तान बनना चाहेंगे या नहीं वो पूरी तरह से उन पर ही निर्भर करेगा।