“मुझे हर हाल में ये मैच जीतना ही था। मैंने अपने 26 वर्षीय दोस्त से वादा किया था कि हम तुम्हारे लिए वर्ल्ड कप जीतेंगे। और मैंने मैदान में जर्सी उतारकर अपने उस साथी को जीत का अहसास दिलाया।”
2010 फीफा वर्ल्ड कप का फाइनल स्पेन और नीदरलैंड्स के बीच खेला जा रहा था। एक्स्ट्रा टाइम ख़त्म होने में महज 4 मिनट बाकी था। ऐसा लग रहा था कि मैच पेनाल्टी शूटआउट में जाएगा। लेकिन मिडफिल्डर आंद्रेस इनिएस्ता ने ऐतिहासिक गोल दागकर स्पेन को वर्ल्ड चैंपियन बना दिया। इनिएस्ता ने गोल दागने का जश्न जर्सी उतारकर मनाया। बाद बताया कि उन्होंने ऐसा अपने स्वर्गीय दोस्त डैनियल जर्के के लिए किया, ऐसे हैं इनिएस्ता। डैनियल जर्के स्पेन के शानदार डिफेंडर थे जिनकी उम्र महज 26 वर्ष की उम्र में दिल का दौरा पड़ने से हो गई थी।

उस एक गोल की बदौलत आंद्रेस इनिएस्ता पूरी दुनिया में छा गए। आसमान उनकी क़दमों में था। उस गोल ने आंद्रेस इनिएस्ता को अमर कर दिया है, जब फुटबॉल की बात होगी, फीफा वर्ल्ड कप की बात होगी, तब-तब आंद्रेस इनिएस्ता को उस गोल के लिए याद किया जाएगा। लेकिन क्या ही अच्छा होता कि ऐसे महान फुटबॉल खिलाड़ी की विदाई को भी ऐसी शानदार लम्हे के साथ याद किया जाता, लेकिन इनिएस्ता इस मामले में दुर्भाग्यशाली रहे।
“यह सच है कि राष्ट्रीय टीम के साथ मेरा आखिरी मुकाबला था। कभी अंत ऐसा नहीं होता जैसा कि आप सपने में सोचते हैं। यह दिन मेरे करियर का सबसे दुखद है।” इन दो लाइनों के साथ स्पेन की स्वर्णिम पीढ़ी के खिलाड़ियों में शुमार आंद्रेस इनिएस्ता ने रूस के खिलाफ पेनाल्टी शूटआउट में हारकर टीम के विश्व कप से बाहर होने के साथ अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल से संन्यास ले लिया।
अपने सटीक पास और मूव के लिए पहचाने जाने वाले आंद्रेस इनिएस्ता स्पेन की टीम के धुरी थे। लेकिन पिछले कुछ समय से उनकी टीम का प्रदर्शन जिस तरह का था, उससे वो बेहद निराश थे। और वर्ल्ड कप 2018 से उनकी टीम का यूँ जाना उन्हें अखर गया, हालांकि उन्होंने पहले कह दिया था कि ये उनका आखिरी वर्ल्ड कप होगा, लेकिन एक शानदार खिलाड़ी ऐसी विदाई की उम्मीद कतई नहीं कर सकता।

हैरानी भरे फैसले में इनिएस्ता को रूस के खिलाफ शुरुआती एकादश में जगह नहीं दी गई थी और वह दूसरे हाफ में उस समय मैदान में उतरे जब स्कोर 1-1 से बराबरी पर था। स्पेन को पेनाल्टी शूटआउट में 3-4 से हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद इनिएस्ता ने कहा कि कुल मिलाकर यह मेरे करियर का सबसे दुखद दिन है।
दिग्गज मिडफ़ील्डर में शुमार इनिएस्ता ने स्पेन के 131 मैच खेले और 13 गोल किए। इनिएस्ता स्पेन की उस स्वर्णिम पीढ़ी के खिलाड़ी रहे जिसने 2008 और 2012 में यूरोपियन चैंपियनशिप का ख़िताब जीता। स्पेन के कोच फर्नांडो हिएरो ने इनिएस्ता के लिए कहा, “मैं तहे दिल से हमारे इतिहास के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक इनिएस्ता को बधाई देता हूं। वह एक बेहद शानदार पेशेवर खिलाड़ी हैं। जिस तरह उन्हें पिच पर दूसरे हाफ में मौका दिया और उन्होंने जिस अंदाज में मैदान पर एंट्री की। उसे देखकर ऐसा लगा जैसे वह अपना पहला मैच खेलने उतरे हो। मैं उनका तहे दिल से शुक्रिया अदा करता हूं।”
स्पेनिश फुटबॉल फेडरेशन ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर लिखा, “हम आपका सिर्फ शुक्रिया अदा कर सकते हैं इनिएस्ता। आपने हमारा मान बढ़ाया। आप हमें शीर्ष पर लेकर गए। अच्छे दोस्त, विचित्र, बेजोड़। दिल से धन्यवाद आंद्रेस।” करियर के 131वें इंटरनेशनल मैच में स्पेन के लिए इनिएस्ता की आखिरी किक शूटआउट में आई जिसे उन्होंने रशियन गोलकीपर के पीछे भेजा।

इनिएस्ता ने हाल ही में स्पैनिश जाएंट्स ने बार्सिलोना के साथ अपने 22 साल के करियर का अंत करते हुए जापानी टॉप-फ्लाइट क्लब