फीफा फाइनल का जोश-जुनून किसी को भी बयां करने की जरूरत नहीं है। दुनिया के कोने-कोने तक इस खेल का रोमांच उबाल पर रहता है। फीफा-2006 भी इस मामले में कोई कमतर नहीं रहा। टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में इटली ने जर्मनी को 2-0 से हराया था। वहीं फ्रांस ने पुर्तगाल को 1-0 से हराया था। दोनों टीमों का फॉर्म जोरदार था। ऐसे में फाइनल में जोरदार भिड़ंत होने का पूरा यकीन था। हुआ भी बिल्कुल ऐसा ही।
फाइनल के पहले बीस मिनट के भीतर ही दोनों टीमों ने गोल दाग दिए। पहले खाता खुला फ्रांस का। स्टार प्लेयर जिनेदिन जिदान ने सातवें मिनट में ही गोल दाग दिया। मेटाराजी ने 19वें मिनट में ही इटली के लिए स्कोर बराबर कर दिया। फाइनल का इससे रोमांचक और जोरदार आगाज शायद ही हो सकता था।
हालांकि हाफ टाइम के बाद मैच मिनट-दर-मिनट डिफेंसिव मोड पर जाता गया। हाल ये रहा कि 90 मिनट के बाद भी स्कोर लाइन 1-1 रही। एक्स्ट्रा टाइम भी लिया गया, पर इसके बाद भी स्कोर यहीं टिका रहा।
अब बारी थी पेनाल्टी शूटआउट की। पर्लो, मेटाराजी, डि रोसो, डेल पियरो, ग्रोसो ने दनादन पांच गोल दाग दिए। वहीं फ्रांस की ओर से तीन गोल ही हुए। अंतिम स्कोरलाइन 5-3 से इटली के पक्ष में थी। पेनाल्टी शूटआउट में इटली, फ्रांस का शूटआउट कर चुका था।
फीफा-2006 को नया चैंपियन मिल चुका था..इटली। फ्रांस का सपना टूट गया। इटली जश्न में डूब गया।