जिनेडिन जि़डान को फुटबॉल इतिहास के सबसे बड़े दिग्गजों में गिना जाता है। फ्रांस को 1998 में विश्व विजेता बनाने वाले इस महान खिलाड़ी ने अपने करियर में सबकुछ पाया। मगर अपने करियर के अंतिम दौर में अपने नाम के साथ एक ऐसा विवाद जोड़ बैठे जिसकी वजह से उनका नाम गलत कारणों से चर्चा में आ गया।
जी हां 2006 विश्व कप के फाइनल में मुकाबले में जिडान ने विरोधी टीम के खिला़ड़ी मारियो माटेराजी को सिर मार कर गिरा दिया। इसके तुरंत बाद ही रेफरी ने जिडान को रेड कार्ड दिखा कर मैच से बाहर कर दिया। मगर जिडान के इस कदम के लिए सिर्फ वही जिम्मेदार नहीं थे, माटेराजी भी उतने ही जिम्मेदार थे जितना कि जिडान।
विश्व कप 2006 का फाइनल मुकाबले में इटली और फ्रांस आमने सामने थे। जिडान और फ्रांस ने शानदार खेल दिखाते मुकाबले को बराबरी पर रखा था। मैच को नतीजे के लिए एक्सट्रा टाइम दिया में ले जाया गया। इसी दौरान इटली के माटेराजी ने जिडान को उकसाते हुए उनकी मां और बहन के बारे में भद्दी बातें कहीं।
जब माटेराजी ने सारी हदें पार कर दी तो जिडान भी अपना आपा खो बैठे और अपना सिर उनके पेट में दे मारा। जिडान का यह प्रहार इतना जोरदार था कि माटेराजी जमीन पर गिर पड़े। रेफरी ने जिडान को रेड कार्ड दिखाकर मैच से बाहर कर दिया।
कई सालों बाद माटेराजी ने एक इंटरव्यू के दौरान खुलासा किया था कि इस मैच के दौरान उन्होंने जिडान की बहन के खिलाफ ऐसा बयान दिया था जिसको सुनकर वह आपा खो बैठे थे। माटेराजी ने जिडान से कहा था कि मैं एक वैश्या के साथ सोना पसंद करूंगा, जो तुम्हारी बहन है।
इस घटना के बाद जिडान ने अपने फुटबॉल करियर को अलविदा कह दिया था। बाद में जिडान ने भी अपने इस व्यवहार के लिए अफसोस जताते हुए कहा था कि उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था।