ईरान के मशहूर स्ट्राइकर सरदार अजमौन ने अंतर्राष्ट्रीय फुटबाल से संन्यास की घोषणा कर सबको चौंका दिया है। 23 साल के सरदार ने अपनी मां की बिगड़ती तबीयत के कारण संन्यास लेने का ऐलान किया है।
ईरान के ‘मेसी’ कहे जाने वाले 23 साल के अजमौन ने कहा, “वर्ल्ड कप में गोल नहीं कर पाने का खामियाजा मेरी मां तक को भुगतना पड़ा है। मुझे सोशल मीडिया पर गालियां दी गईं। इससे आहत मेरी मां की तबीयत खराब हो गई।”
आपको बता दें कि फीफा वर्ल्ज कप के क्वॉलीफाइंग मुकाबलों में अजमौन ईरान के लिए सबसे ज्यादा गोल दागे थे। उन्होंने 14 मैचों में 11 गोल किए, हालांकि वह वर्ल्ड कप में अपने देश के लिए गोल करने में कामयाब नहीं हो पाए। वर्ल्ड कप 2018 में ईरान की टीम ग्रुप स्टेज से आगे नहीं बढ़ पाई।
ईरान की टीम ने मोरक्को को 1-0 से हराकर जीत से टूर्नामेंट का आगाज किया था। हालांकि दूसरे मैच में उसे हार का सामना करना पड़ा था, जबकि ग्रुप स्टेज के आखिरी मैच में ड्रॉ खेलने के साथ ही ईरान का अगले राउंड में जाने का सपना टूट गया था।
अजमौन ने संन्यास का ऐलान करते हुए कहा, “मैंने राष्ट्रीय टीम के लिए खेलकर सम्मानित महसूस किया और अपने अंतिम दिनों में मुझे गर्व होगा। 23 साल की उम्र में यह एक महत्वपूर्ण और दर्दनाक निर्णय है। मैंने यहां तक पहुंचने के लिए बहुत मेहनत की है।”
गौरतलब है कि साल 1995 को जन्में सरदार अजमौन ने महज 19 साल की उम्र में ईरान की फुटबॉल टीम से इंंटरनेशनल डेब्यू किया था। सरदार ने ईरान के लिए 36 मैचों में 23 गोल दागे हैं। वह रूस में रूबिन कज़ान कल्ब की ओर से खेलते हैं। अजमौन के संन्यास के ऐलान से ईरान के फुटबॉल फैंस काफी स्तब्ध हैं।