फीफा वर्ल्ड कप 2018 से अफ्रीकी टीम नाइजीरिया भले ही पहले राउंड से बाहर हो गई हो लेकिन एक खुलासे के बाद टीम के कप्तान जॉन ओबी मिकेल की फुटबॉल जगत में काफी प्रशंसा हो रही है।
नाइजीरिया के कप्तान जॉन ओबी मिकेल ने हाल ही में खुलासा किया कि 26 जून को अर्जेंटीना के खिलाफ आखिरी ग्रुप मैच से पहले उनके पिता का अपहरण हो गया था और उन्हें इस बात का का पता मैच से कुछ देर पहले ही चला था।
‘द गार्जियन’ ने मिकेल के हवाले से लिखा, “मैं उस समय खेला जब मेरे पिता बंधकों की गिरफ्त में थे। मुझे इस बुरी खबर से आगे निकलना था।” बता दें कि चेल्सी के लिए खेल चुके इस मिडफील्डर को अपने पिता के अपहरण की खबर तब लगी, जब वह पिछले सप्ताह टीम बस में सेंट पीटर्सबर्ग स्टेडियम आ रहे थे।
रिपोर्ट के मुताबिक, मिकेल के परिवार के एक सदस्य ने उनसे कहा कि वह अपहरणकर्ताओं को फोन करें। ऐसा करने पर उनसे फिरौती की रकम मांगी गई। मिकेल ने कहा कि वह नाइजीरिया फुटबॉल महासंघ में किसी को भी इस बारे में बता नहीं सकते थे।
उन्होंने कहा, “मैं भावनात्मक तौर पर टूट चुका था। मुझे फैसला लेना था कि क्या मैं मानसिक तौर पर खेलने के लिए तैयार हूं। मैं असमंजस में था। मैं नहीं जानता था कि मैं क्या करूं। अंत में मैंने फैसला लिया कि मैं अपने देश के तमाम लोगों को निराश नहीं कर सकता।”
जॉन अपने पिता के अपहरण की खबर मिलने के बावजूद इस मैच में पूरे 90 मिनट तक खेले। हालांकि नाइजीरिया की टीम को इस मुकाबले में अर्जेंटीना के हाथों 2-1 से हारकर टूर्नामेंट से बाहर होना पड़ा था।
जॉन ने आगे कहा, “मैच से 4 घंटे पहले मुझे पिता के अगवा होने का पता चला। मैं पूरी तरह टूट गया था। मैं मैच खेलने को लेकर भ्रमित था। लेकिन अंत में सोचा कि मैं 18 करोड़ नाइजीरियाई लोगों की उम्मीद नहीं तोड़ सकता। मैंने सोचना बंद किया और खुद से कहा कि देश सबसे पहले है। पिता के अगवा होने की सूचना मैंने कोच या किसी साथी खिलाड़ी तक को नहीं दी। मैं नहीं चाहता था कि मेरे तनाव का टीम पर कोई असर पड़े। मुझे ये भी बताया गया था कि अगर मैंने घटना के बारे में किसी को बताया तो किडनैपर्स मेरे पिता को मार देंगे।
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— Score Nigeria (@ScoreNigeria1) July 2, 2018
कप्तान ने कहा, “मैं भगवान का शुक्रगुजार हूं कि सोमवार (2 जुलाई) को पिता को छुड़ा लिया गया। मैं पुलिस का भी शुक्रिया अदा करता हूं जिनके प्रयासों के चलते मेरे पिता परिवार से मिल पाए।”
गौरतलब है कि 26 जून को जॉन के पिता माइकल ओबी को अगवा कर लिया गया था। ये दूसरी बार है जब जॉन के पिता का अपहरण हुआ है। इससे पहले साल 2011 में भी उनको अगवा किया गया था।