इन दिनों दुनियाभर के हॉकी प्रेमियों की नजरें भारत के ओडिशा राज्य की राजधानी भुवनेश्वर पर टिकी हैं, जहां दुनिया के सबसे बड़े टूर्नामेंट में से एक हॉकी वर्ल्ड कप 2018 का आयोजन हो रहा है।
27 नवंबर को भुवनेश्वर में भव्य ओपनिंग सेरेमनी के साथ ही हॉकी वर्ल्ड कप का रंगारंग आगाज हो गया। ये पहली बार था जब इतने बड़े स्तर पर हॉकी वर्ल्ड कप की ओपनिंग सेरेमनी का आयोजन किय गया। यही नहीं पहली बार हॉकी वर्ल्ड कप का प्रसारण दुनिया के 194 देशों में किया जा रहा है।

कलिंगा स्टेडियम
मौजूदा समय में ओडिशा में भारत में स्पोर्ट्स का नया हब बन चुका है, जिसका पूरा श्रेय ओडिशा के मुख्यमंत्री और राज्य सरकार को जाता है। इतने बड़े स्तर पर वर्ल्ड कप के आयोजन के लिए ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक बधाई के पात्र हैं, जिनकी बदौलत ओडिशा आज देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में अपने स्पोर्ट्स इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए पहचाना जा रहा है।
बता दें कि ओडिशा हमेशा से खेलों के आयोजन के लिए इतनी अनुकूल जगह नहीं थी। कई सालों तक ये राज्य एक वर्ल्ड क्लास लेवल के स्टेडियम के लिए तरसता रहा, लेकिन आज की तारीख में ओडिशा भारत में विश्व स्तर के टूर्नामेंट के आयोजन के लिए खास जगह बन चुका है।

हॉकी वर्ल्ड कप 2018
ओडिशा ने भारत को वर्ल्ड क्लास लेवल के खिलाड़ी दिए हैं, जिन्होंने अपनी प्रतिभा से पूरी दुनिया में देश का नाम रौशन किया है। इनमें पूर्व हॉकी कप्तान दिलीप टिर्की, दिप्सन टिर्की और इग्नेश टिर्की जैसे दिग्गज खिलाड़ी शामिल हैं।
हॉकी वर्ल्ड कप 2018 पहला बड़ा टूर्नामेंट नहीं हैं, जिसका आयोजन ओडिशा में हो रहा है। इससे पहले जगन्नाथ भगवान की ये धरती साल 2017 में एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप, साल 2018 में आईएसएल और इंडियन सुपर कप का सफल आयोजन कर चुकी है।
यहीं नहीं 2014 में हॉकी चैंपियंस ट्रॉफी और 2017 में एफआईएच हॉकी वर्ल्ड लीग भुवनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम में खेली गई। बता दें कि कलिंगा स्टेडियम दुनिया के शानदार हॉकी स्टेडियमों में से एक है, जो वर्ल्ड क्लास सुविधाओं से लैस है।
गौरतलब है कि पिछले कुछ सालों में ओडिशा सरकार ने भुवनेश्वर को अत्याधुनिक शहर बनाने के साथ-साथ देश की खेल राजधानी बनाने पर काफी जोर दिया है, जिसका सबसे बड़ा उदाहरण 15 हजार दर्शक क्षमता वाला कलिंगा स्टेडियम है। इसके अलावा ओडिशा सरकार की साल 2019 में खेलों के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर बढ़ाने के मकसद से 350 करोड़ रुपये के निवेश की योजना है।

हॉकी इंडिया
ओडिशा सरकार ने खेलों के विकास के लिए टाटा ग्रुप, जेएसडब्लू और रिलायंस जैसी कई प्राइवेट फर्म के साथ एमओयू साइन किए हैं। वैसे तो ओडिशा के लोग हॉकी के दीवाने हैं, लेकिन सरकार हॉकी के इतर स्विमिंग, वेटलिफ्टिंग और एथलेटिक्स जैसे खेलों के विकास पर भी काफी ध्यान दे रही है।
साथ ही फुटबॉल को बढ़ावा देने के लिए ओडिशा सरकार ने इसी साल नवंबर में अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ (एआईएफएफ) के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया। इस एमओयू के अंतर्गत ओडिशा सरकार अब एआईएफएफ नेशनल टीम के शिविरों की मेजबानी करेगी। इस दौरान ओडिशा सरकार कलिंगा स्टेडियम कॉम्पलेक्स में ट्रेनिंग से संबंधित सुविधाएं प्रदान करने के साथ-साथ फुटबॉलरों के रहने, खाने और प्रैक्टिस का पूरा ख्याल रखेगी।
पिछले कुछ समय में ओडिशा सरकार और राज्य के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने खेल और खिलाड़ियों के विकास के लिए जो शानदार काम किए हैं। उससे ये बात बिल्कुल स्पष्ट है कि जल्द ही ओडिशा दुनिया के उभरते स्पोर्ट्स हब में गिना जाएगा।