एशिया कप से पहले भारतीय हॉकी टीम को बड़ा झटका लगा है। टीम के नियमित कप्तान और देश के नंबर वन गोलकीपर पी आर श्रीजेश घुटने के ऑपरेशन के बाद लगभग पांच महीने तक मैदान से बाहर रहेंगे। एशिया कप अक्टूबर में ढाका में खेला जाना है। टीम को निश्वित रूप से श्रीजेश की कमी निश्चित रुप से खलेगी क्योंकि हाल में खत्म हुई विश्व लीग सेमीफाइनल में ऐसा देखने को मिल चुका है। श्रीजेस के दायें घुटने का इस महीने के शुरू में मुंबई में ऑपरेशन किया गया। वह इस साल अप्रैल मई में सुल्तान अजलन शाह कप के दौरान चोटिल हो गये थे।
हॉकी इंडिया के हाई परफोरमेन्स डायरेक्टर डेविड जॉन के अनुसार श्रीजेश को पूर्ण फिटनेस हासिल करके वापसी करने में कम से कम पांच महीने का समय लग जाएगा जिसका मतलब है कि वह भुवनेश्वर में दिसंबर में होने वाले हॉकी विश्व लीग फाइनल में खेल सकते हैं।
रिजर्व गोलकीपर तैयार करने का मौका
जॉन ने पीटीआई से कहा, हमें श्रीजेश की बहुत कमी खल रही है। विकास दहिया और आकाश चिकते अभी युवा हैं और वे दुनिया के शीर्ष गोलकीपरों की बराबरी के नहीं हैं। हमें अगले छह महीनों में गोलकीपरों की अगली पंक्ति तैयार करनी होगी। उन्होंने कहा, श्रीजेश का दस दिन पहले मुंबई में डा. अनंत जोशी ने ऑपरेशन किया और उन्हें पूरी फिटनेस हासिल करने में कम से कम पांच से छह महीने लग जाएंगे। जॉन ने कहा,श्रीजेश की निश्चित तौर पर एशिया कप में कमी खलेगी लेकिन हम दिसंबर में होने वाले हॉकी विश्व लीग से पहले उन्हें पूरी तरह फिट करने के लिये अपनी तरफ से पूरी कोशिश करेंगे। लेकिन इससे हमें अपने रिजर्व गोलकीपर तैयार करने का भी मौका मिलेगा। हाई परफोरमेन्स डायरेक्टर होने के नाते जॉन ने लंदन में एचडब्ल्यूएल सेमीफाइनल में भारत के लचर प्रदर्शन का भी मूल्यांकन किया।
रघुनाथ का करियर खत्म ?
जॉन ने कहा, हमें अपने डिफेंस पर काम करने पर की जरूरत है। हमें कुछ तेजर्तार डिफेंडरों को तैयार करना होगा क्योंकि लंदन में तेजी के अभाव में मलेशिया और कनाडा ने जवाबी हमले करके हमारे खिलाफ गोल किए। जॉन ने कहा, हमें मौकों का लाभ उठाने में भी बेहतर होना होगा। पूरे टूर्नामेंट में हमने कई मौके बनाये। हमने कई बार विरोधी टीम के सकर्लि में सेंध लगायी। हमें गोल करने में अधिक प्रभावी बनने की जरूरत है। डिफेंस में तेजर्तार खिलाड़ियों की बात करके जॉन ने एक तरह से वी आर रघुनाथ का अंतरराष्ट्रीय करियर समाप्त होने के संकेत दे दिए। उन्होंने कहा, रघु तेज दौड़ने वाला खिलाड़ी नहीं और जैसा मैने कहा डिफेंस में तेजी से दौड़ लगाने वाले खिलाड़ियों का नहीं होना हमारी सबसे बड़ी समस्या है। हमने संभावित खिलाड़ियों की पिछली कोर सूची में रघु को नहीं रखा था। नयी सूची सीनियर नेशनल्स के बाद जल्द ही जारी की जाएगी। अभी हालांकि रूपिंदर पाल सिंह और हरमनप्रीत सिंह दोनों ही अच्छा काम कर रहे हैं।
जॉन ने कहा कि किसी भी अन्य टूर्नामेंट की तरह टीम के प्रदर्शन पर समीक्षा बैठक अगले सप्ताह होगी और मुख्य कोच रोलैंड ओल्टमैन्स सहित अन्य कोच को भी कुछ कड़े सवालों के जवाब देने होंगे।
उन्होंने कहा, कोच की रिपोर्ट मिलने के बाद हम अगले सप्ताह समीक्षा बैठक करेंगे। हर टूर्नामेंट के बाद इस तरह की बैठक होती है लेकिन इस बार निश्चित तौर पर कुछ कड़े सवाल पूछे जाएंगे। Þ Þ खिलाड़ी 12 जुलाई से राष्ट्रीय शिविर में हिस्सा लेंगे।