सर्किल स्टाइल एशिया कबड्डी कप एक क्षेत्रीय कबड्डी कंपटीशन है। इसे पाकिस्तान कबड्डी फेडरेशन के द्वारा आयोजित किया जाता है और टूर्नामेंट में एशिया महाद्वीप की टीमें ही हिस्सा लेती हैं। ये टूर्नामेंट राउंड रॉबिन स्टाइल में खेला जाता है। भारतीय टीम को कबड्डी खेल का सरताज माना जाता है लेकिन इस टूर्नामेंट में टीम इंडिया पाकिस्तान के मुकाबले कहीं नजर नहीं आई है। गौर करने वाली बात है कि इस टूर्नामेंट के अब तक कुल 3 संस्करण आयोजित किए जा चुके हैं लेकिन टीम इंडिया अभी भी खिताब से महरूम है।
इस टूर्नामेंट का पहला आयोजन इरान के शहर तेहरान में साल 2011 में किया गया था। शुरुआती राउंड में अच्छी टक्कर होने के बाद भारत और पाकिस्तान फाइनल में पहुंची थीं। जहां पाकिस्तान ने टीम इंडिया को एक रोचक मुकाबले में हराते हुए खिताब अपने नाम कर लिया था। तीसरे नंबर पर इस टूर्नामेंट में ईरान टीम रही थी। इस टूर्नामेंट के अगले संस्करण का आयोजन साल 2012 में किया गया और इस बार मेजबानी पाकिस्तान ने की। लाहौर पाकिस्तान में खेले गए इस टूर्नामेंट में कुल पांच टीमों(पाकिस्तान, भारत, अफगानिस्तान, नेपाल, ईरान और श्रीलंका) ने भाग लिया। साथ ही पहली बार इस टूर्नामेंट का लाइव प्रसारण भी पाकिस्तान की जियो टीवी पर किया गया। ये टूर्नामेंट 1 से 5 नवंबर 2012 तक राउंड रॉबिन स्टेज के आधार पर खेला गया। इस दौरान सभी टीमों ने एक दूसरे के खिलाफ मैच खेले। अंत में भारत पाकिस्तान की टीमें फाइनल में पहुंची। फाइनल को पाकिस्तान ने 40-31 से जीत लिया। लेकिन पाकिस्तान ने ये मैच कुछ अलग तरह से जीता। दरअसल टीम इंडिया ने मैच खत्म होने के छह मिनट पहले ही वॉक आउट करने का फैसला किया था और इस तरह पाकिस्तान को टेक्निकल नियम के मुताबिक जीता करार दे दिया गया।
टीम इंडिया ने मैच अधिकारियों पर फाइनल मैच में चीटिंग के आरोप लगाए। चीजें तब और भी बुरी हो गईं जब भारतीय कोच गोरमेल सिंह को मैदानी मामले में लगातार हस्तक्षेप करने के कारण ग्रीन कार्ड दिखा दिया गया। हालांकि, उन्होंने भी हद पार कर दी थी और बीच मैच में कूद पड़े थे जहां उन्हें नहीं जाना चाहिए था। इसके चलते दोनों टीमों के बीच गर्मा- गर्म बहस होने लगी और अंततः टीम इंडिया ने मैच वॉक आउट करने का फैसला किया। यही कारण रहा है कि जो मैच टीम इंडिया जीत सकती थी वह पाकिस्तान ने 40-31 से अपने नाम कर लिया।