साल 2016 की शुरुआत में प्रो कबड्डी सीजन-3 का आयोजन किया गया। इस टूर्नामेंट में कुल 8 टीमों ने भाग लिया और सभी ने 14-14 मैच आपस में खेले। सीजन का फाइनल पटना पाइरेट्स और यू मुंबा के बीच खेला गया।
फाइनल में पटना पायरेट्स और यू-मुंबा के बीच जबर्दस्त मुकाबला हुआ। ये मैच अंत तक बीच में झूलता नजर आया। खेल खत्म होने से कुछ सेकंड पहले तक दोनों टीमों का स्कोर 28-28 था लेकिन आखिरी कुछ सेकंड में पटना पाइरेट्स ने पलटवार किया और तीन अंक लेकर 31-28 से पहली बार खिताब जीत लिया। इस तरह पटना पाइरेट्स पहली बार प्रो कबड्डी लीग की चैंपियन बनी। यू मुंबा लगातार तीसरी बार फाइनल में पहुंची थी। लेकिन पटना पाइरेट्स के खिलाड़ियों ने उनके छक्के छुड़ा दिए। विजेता टीम पटना पाइरेट्स को एक करोड़ और यू मुंबा को 50 लाख रुपये मिले।
पटना ने मैच के सातवें मिनट तक ही मुंबा को ऑलआउट कर 10-2 की बढ़त बना ली थी। पहले हाफ तक पटना की टीम 19-11 से आगे थी। पटना ने दूसरे हाफ की शुरुआत तीन खिलाड़ियों के साथ की थी, लेकिन अपनी बढ़त को 23-14 पहुंचा दिया। इसी समय मुंबई के राकेश कुमार ने जबरदस्त रेड से दो अंक हासिल किए और स्कोर 16-23 कर दिया। मुंबई ने पटना को ऑलआउट करते हुए स्कोर 20-23 पहुंचा दिया।
धीरे-धीरे मुंबई ने अंतर घटाना कम किया। लेकिन आखिरी क्षणों में पटना के खिलाड़ियों ने गजब का धैर्य दिखाते हुए एक के बाद एक तीन अंक लिए और 31-28 से खिताब जीत लिया। पटना की तरफ से रोहित ने रेड से आठ अंक, संदीप नरवाल ने सात अंक और विनोद कुमार ने तीन अंक हासिल किए। जबकि, मुंबा की तरफ से कप्तान अनूप कुमार ने आठ अंक और मोहित छिल्लर ने छह अंक बनाए। इस मैच में राइजिंग स्टार के रूप में पटना पायरेट्स के प्रदीप नरवाल, रेडर ऑफ द टूर्नामेंट में यू मुंबा के रिशंक देवाडिगा 106 अंक, डिफेंडर ऑफ द टूर्नामेंट के रूप में पटना पायरेट्स के संदीप नरवाल 55 अंक से चुने गए। इसके अलावा मोस्ट वेल्यूएबल प्लेयर के रूप में पटना पायरेटस के रोहित कुमार 102 रेड अंक से चुने गए