भारत में आईपीएल के बाद सबसे सफल लीगों में एक प्रो कबड्डी लीग की शुरुआत साल 2014 में हुई थी। जिसके पहले फाइनल में रनर अप रहने वाली यू मुम्बा ने साल 2015 में खिताबी जीत भी दर्ज की थी। हालांकि टीम के पिछले दो सीजन अच्छे नहीं रहे हैं। जबकि टीम साल 2016 में भी उपविजेता रही है।
टीम अपने होम लेग के मुकाबले मुंबई के नेशनल स्पोर्ट्स क्लब ऑफ इंडिया में खेलती रही है। लेकिन 2018 के सीजन में टीम सुविधाओं की कमी के चलते नासिक में अपने होम लेग के मुकाबले खेलने के बारे में विचार कर रही है। मामला ये है कि एनएससीआई के इंडोर स्टेडियम में एक दिन के खेल के लिए यू मुम्बा फ्रेंचाइजी से 25 लाख रुपए मांगे गये थे। इस तरह 10 दिन के मुकाबलों के लिए कुल 2.5 करोड़ रुपए का बिल बन रहा था। जो फ्रेंचाइजी के लिए महंगा पड़ रहा था, जिसकी वजह से टीम अपने होम लेग के मुकाबले नासिक में खेलने पर विचार कर रही है।
फिल्म निर्माता रोनी स्क्रुवाला के वेंचर यूनिलेजर ने फीस को कम करने के लिए दूसरे विकल्पों पर विचार करना उचित समझा है। वेंचर के सीईओ सुप्रतिक सेन ने कहा, ” पीकेएल के मुकाबले इस बार मुंबई में हो सकता है न हो, क्योंकि हमने शहर में अन्य विकल्पों को तलाशा तो अंधेरी स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स हमारी नजर में था, लेकिन पीकेएल के मुकाबलों की मेजबानी के लिए ये छोटा है। इसलिए हम चाहकर इस बार शहर में होम लेग के मुकाबले मुंबई में नहीं करवा पा रहे हैं।”
सेन ने आगे कहा कि वहीं जब एनएससीआई एक दिन का 25 लाख रुपए चार्ज बता रहा है, तो वहीं दूसरी ओर मीनाताई ठाकरे स्टेडियम एक दिन का सिर्फ 15 हजार रुपए मांग रहा है। ऐसे में जाहिर सी बात है कि हमारी बचत जिधर हो रही है हम उसी ओर जाएंगे। नासिक जाने से हमारे 2.48 करोड़ रुपए बच रहे हैं। नासिक में 2500 लोगों के बैठने की जगह है, जबकि एनएससीआई में 3500 लोगों की बैठने की जगह है।
ऐसे में 1000 दर्शक अगर कम हो जाएंगे तो ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा, क्योंकि पीकेएल के ज्यादा दर्शक टीवी पर मुकाबले देखते हैं। हालांकि माशल ने मैचों के शहरों के बेस्ट इंडोर स्टेडियम में कराने को कहा है। लेकिन यू मुम्बा को शिफ्ट करने में ज्यादा फायदा है, इसलिए वह नासिक का रुख करने में ज्यादा समझदारी होगी।