दुनियाभर में एक आम धारणा है कि महिलाएं शारीरिक रूप से पुरूषों के मुकाबले कमजोर होती है। यही वजह है कि महिलाओं को पुरुष प्रधान समाज में अपना हक पाने के लिए संघर्ष करना पड़ा है। फिर चाहे वो मतदान का हक़ हो या खेल का मैदान, महिलाओं ने लड़कर ही अपना हक हासिल किया है। आज के समय में खेल के मैदान पर पुरुषों के अलावा महिलाएं भी अपनी उपस्थिति दर्ज करा रही हैं। लेकिन एक समय ऐसा भी था जब महिलाओं को खेलों में भाग लेने की अनुमति नहीं थी। ये जानकर तो आप और भी हैरान रह जाएंगे कि आज से 50 साल पहले महिलाओं को मैराथन दौड़ में शामिल भी नहीं किया जाता था। लेकिन साल 1967 में वो वाकया घटित हुआ जो इतिहास में हमेशा के लिए दर्ज हो गया।

कैथरीन स्विट्जर Source-Getty
कैथरीन स्विट्जर दुनिया की पहली महिला हैं, जिन्होंने किसी मैराथन में हिस्सा लिया था। कैथरीन ने ये कारनामा साल 1967 में बोस्टन मैराथन में किया था। लेकिन उनके लिए ये इतना आसान नहीं था। दरअसल, बोस्टन मैराथन में महिलाओं को हिस्सा लेने की इजाजत नहीं थी। इसके बावजूद कैथरीन ने बोस्टन मैराथन में हिस्सा लिया।

कैथरीन स्विट्जर Source-Getty
जर्मनी में पैदा हुईं कैथरीन और उनका परिवार अमेरिका में बस गया था। कैथरीन के स्पोर्ट्स कोच ने एक बार उनसे कहा था कि मैराथन दौड़ने के लिए महिलाएं और लड़कियां काफ़ी नाज़ुक हैं। इस ताने के बाद ही कैथरीन ने मैराथन में हिस्सा लेने की ठान ली।

कैथरीन स्विट्जर Sourc- Getty
साल 1967 में बोस्टन मैराथन शुरू होने के बाद रेस ऑफिशियल जॉक सेम्पल ने कैथरीन को एक महिला होने की वजह से मैराथन से धक्का देकर बाहर निकालने की कोशिश की। लेकिन कैथरीन के बॉयफ्रैंड ने जॉक को दबोच लिया और ये सुनिश्चित किया कि कैथरीन रेस पूरी कर सके। कैथरीन 4 घंटे में 20 मिनट में मैराथन पूरी करने में सफल रही।

कैथरीन स्विट्जर Source- Getty
इस घटना के बावजूद महिलाओं को मैराथन में भाग लेने के लिए 5 साल का इंतजार करना पड़ा और आखिरकार 1972 में बोस्टन मैराथन में महिलाओं को आधिकारिक तौर पर भाग लेने की परमिशन मिल गई, जिसका पूरा श्रेय कैथरीन स्विट्जर को जाता है।

कैथरीन स्विट्जर Source- Getty
महिलाओं के मैराथन में अनुमति मिलने के बाद कैथरीन स्विट्जर साल 1974 में न्यूयॉर्क सिटी मैराथन में महिला वर्ग में पहले स्थान पर रही। इसके अगले साल उन्होंने पर्सनल बेस्ट (2 घंटे, 51 मिनट और 37 सेकेंड) के साथ बोस्टन मैराथन में दूसरे स्थान पर रहीं।

कैथरीन स्विट्जर Sourc- Getty
कैथरीन स्विट्जर को रनर्स वर्ल्ड मैग्जीन ने उन्हें Female Runner of the Decade (1967-77) के ख़िताब से नवाज़ा। इसके बाद कैथरीन मैराथन में बतौर कमेंटटेर काम करने लगी।

कैथरीन स्विट्जर Source- Getty
कैथरीन के क्रांतिकारी कदम का ही नतीजा था कि साल 1984 में पहली बार ओलंपिक में महिलाओं की मैराथन को शामिल किया गया। कैथरीन को साल 2011 में रनिंग के जरिए महिलाओं के उत्थान के लिए नेशनल हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया।