इंटरनेशनल हेल्थ, स्पोर्ट्स एंड फिटनेस फेस्टिवल का आज से मुबंई में आगाज हो चुका है, जिसमें देश-विदेश के मशहूर बॉडी बिल्डर और हिस्सा ले रहे हैं। इनमें ओलंपिक मेडलिस्ट सुशील कुमार, अमेरिका के मशहूर बॉडी बिल्डर काई ग्रीन और जर्मनी के बॉडी बिल्डर डेविड होफमेन भी शामिल हैं। इनके अलावा एक बॉडी बिल्डर ऐसी भी हैं, जो इस फेस्टिवल का मुख्य आकर्षण हैं।
हम बात कर रहे हैं श्वेता राठौड़ की, जिन्होंने पूरी दुनिया में भारत का नाम एक ऐसे फील्ड में रौशन किया है, जिसमें महिलाएं कम ही नजर आती हैं। दरअसल श्वेता राठौड़ भारत की मशहूर इंटरनेशनल फिजिक एथलीट हैं, जिन्होंने देश और विदेश में कई बड़े अवॉर्ड अपने नाम किए हैं।

श्वेता राठौड़ (Photo: Instagram)
आपको बता दें कि बॉडी बिल्डिंग’ और ‘फिजिक एथलीट’ दोनों अलग-अलग चीजें है। बॉडी बिल्डिंग में अपनी मसल्स को जरूरत से ज्यादा उभारना पड़ता है, जबकि ‘फिजिक एथलीट’ फिटनेस से जुड़ी हुई है। इसमें डेढ़ से 2 मिनट की परफॉर्मैंस होती है, जो किसी गाने या डांस पर होती है। इतने कम समय में ही किक, स्लिप, वन हैंड पुशअप समेत कई वर्कआउट करने पड़ते हैं।

श्वेता राठौड़ (Photo: Instagram)
श्वेता राठौड़ भारत की पहली महिला एथलीट हैं, जिन्होंने वर्ल्ड चैंपियनशिप में मेडल हासिल किया है। उन्होंने साल 2014 में मुंबई में आयोजित डब्लूबीपीएफ वर्ल्ड चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। श्वेता को पहली बार पहचान तब मिली जब उन्होंने थाइलैंड में हुई मिस वर्ल्ड 2014 फिटनेस फिजिक का खिताब अपने नाम किया। इस टूर्नामेंट में उन्होंने 35 देशों की प्रतियोगियों को हराकर खिताब जीता।

श्वेता राठौड़ (Photo: Instagram)
अगले ही साल श्वेता ने उज्बेकिस्तान में आयोजित 49वीं एशियन चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीतकर इतिहास ही रच दिया। इसके साथ ही वह एशियन चैंपियनशिप में मेडल जीतने वाली भारत की पहली महिला फिजिक एथलीट बन गई। हालांकि श्वेता के लिए इस मुकाम तक पहुंचना आसाना नहीं रहा। राजस्थान के जयपुर की रहने वाली श्वेता का इस फील्ड में आने के लिए अपने परिवारवालों को काफी मनाना पड़ा।

श्वेता राठौड़ (Photo: Instagram)
श्वेता ने एक इंटरव्यू बताया, “मैं स्कूल के दिनों से ही अपनी फिटनेस पर ध्यान देती रही हूं। जब मैं 11वीं क्लास में पढ़ रही थी, तब से मैं ने जिम जाना शुरू कर रखा है। जिम करने के दौरान ही वेट लिफ्टिंग के प्रति मेरी दिलचस्पी बढ़ी। मैं खुद को फिट रखने के लिए ये सब करती थी। शुरुआत में पिता को मेरा जिम जाना मंज़ूर नहीं था। लेकिन मैं ट्यूशन के समय जिम में वर्क आउट करती थी।”

श्वेता राठौड़ (Photo: Instagram)
आप ये जानकर हैरान रह जाएंगे कि श्वेता बॉडी बिल्डिंग में आने से पहले इंजीनियर रह चुकी हैं। श्वेता ने बताया कि उन्हें मालूम था कि एजुकेशनल क्वालिफिकेशन बेहद जरूरी है। इसलिए पहले इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन में इंजीनियरिंग की डिग्री ली और फिर 8 साल एक कंपनी में बतौर वाइस मार्केटिंग हेड काम किया।

श्वेता राठौड़ (Photo: Instagram)
उन्होंने बताया, “कुछ पाने के लिए बहुत कुछ खोना पड़ता है। गर्मियों की छुट्टियों में जब सब दोस्त और परिवार के लोग घूमने जाते थे, मैं बस जिम में वर्कआउट करती थी। खुद की काबिलियत साबित करने की जिद थी और खुद से हारना नहीं चाहती थी। प्रोफेशनल बनने के बाद भी जिम का साथ नहीं छोड़ा। ऑफिस के बाद शाम को 1 घंटा जिम जाती। अपने आप को पूरी तरह से इंडिपेंडेंट बनाने के बाद मैंने अपने सपने की ओर पहला कदम उठाया। जॉब छोड़कर पूरा समय वर्कआउट को देना शुरू किया और आज इस मुकाम पर हूं।”

श्वेता राठौड़ (Photo: Instagram)
गौरतलब है कि श्वेता लगातार तीन साल 2015, 2016, 2017 में स्पोर्ट फिजिक में मिस इंडिया भी रह चुकी हैं। इसके अलावा वह मुंबई में अपना ‘फिटनेस फोरएवर’ नाम से एकेडमी भी चलाती हैं। साथ ही वह एक एनजीओ से भी जुड़ी हैं।