इंडोनेशिया में जारी 18वें एशियन गेम्स में भारत की महिला निशानेबाज राही सरनबोत ने 25 मीटर पिस्टल इवेंट में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है। एशियाई गेम्स के इतिहास में 25 मीटर पिस्टल में गोल्ड जीतने वाली वह पहली भारतीय महिला निशानेबाज बन गई हैं।
राही सरनोबत के इस गोल्ड मेडल के साथ ही भारत के गोल्ड की संख्या अब चार हो गई है। भारत को दो गोल्ड कुश्ती में और दो शूटिंग में मिले हैं, जबकि मेडल टैली में 4 गोल्ड, एक सिल्वर और तीन ब्रांज के साथ भारत सातवें स्थान पर बरकरार है।
जानें राही सरनोबत के बारे में 5 ऐसी बातें जो आप नहीं जानते होंगेः
राही सरनोबत का जन्म सन् 1990 में महाराष्ट्र के कोल्हापुर शहर में हुआ है। साल 2007 में पहली हाथ में पिस्टल थामने वाली राही ने एक साल के भीतर ही प्रोफेशनली शूटिंग करने लगीं। साल 2008 में पुणे में आयोजित हुए कॉमनवेल्थ यूथ गेम्स में राही ने गोल्ड पर निशाना लगाया।
राही सरनोबत
राही सरनोबत को साल 2006 में मेलबर्न कॉमनवेल्थ खेलों में गोल्ड मेडल जीतने वाली तेजस्विनी सावंत ने निशानेबाजी में करियर बनाने के लिए प्रेरित किया था। राही ने साल 2010 दिल्ली कॉमनवेल्थ खेलों में एक गोल्ड, एक सिल्वर व साल 2014 ग्लासगो में गोल्ड मेडल जीता था। हालांकि साल 2013 आईएसएसएफ शूटिंग विश्वकप में राही ने गोल्ड मेडल जीता था। उसके बाद साल 2014 में हुए इंचियोन एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीता था।
राही सरनोबत
राही सरनोबत महाराष्ट्र से ताल्लुक रखने वाली एकमात्र निशानेबाज हैं, जिसने 25 मीटर पिस्टल में विश्वकप में गोल्ड मेडल जीता है। इसके अलावा राही ने साल 2011 में शूटिंग विश्वकप में कांस्य पदक जीतकर लंदन ओलंपिक के लिए क्वालिफाई किया था। इस तरह वह भारत की पहली शूटर हैं, जिसने ओलंपिक के पिस्टल इवेंट के लिए क्वालिफाई किया था।
राही सरनोबत
साल 2015 में नेशनल राइफल एशोसिएशन ने राही का नाम अर्जुन अवार्ड के लिए रिकमेंड किया था। हालांकि चोट की वजह से सरनोबत के करियर पर असर पड़ा है, लेकिन वह देश की बेहतरीन निशानेबाजों में से एक हैं।
राही सरनोबत
साल 2016 के रियो ओलंपिक से पहले राही के कंधे में चोट लग गई थी, जिसके बाद वह लंबे समय तक शूटिंग रेंज से दूर रहीं। लेकिन उन्होंने एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीतकर शानदार वापसी की है, सरनोबत का ये गोल्ड किसी भी भारतीय महिला शूटर द्वारा एशियाई खेलों के इतिहास में जीता गया पहला व्यक्तिगत गोल्ड मेडल है।
राही सरनोबत