अक्सर हम सभी का यह मानना होता है कि अंधविश्वास पुराने दौर की मान्यताओं और आधुनिकता के प्रति अज्ञानता से पैदा होता है। खैर आधुनिक विचारों और जीवन शैली में अंधविश्वासों की कोई जगह नहीं होती। बात करें खेल की दुनिया की तो दुनिया भर के कई ऐसे खिलाड़ी हैं जो अंधविश्वास में यकीन करते हैं। यहाँ हम आपको बताने जा रहे हैं उन टेनिस खिलाड़ियों के बारे में जो अंधविश्वास में गहरी आस्था रखते हैं।
स्वीडेन के पूर्व वर्ल्ड ‘टेनिस चैम्पियन’ ब्योर्न बोर्ग का शुमार अपने दौर के बेहतरीन खिलाड़ियों में गिना जाता था। उनके बालों की लोकप्रियता इतनी थी कि उन्होंने मशहूर टेनिस खिलाड़ी मार्टिना नवरातिलोवा को भी पछाड़ दिया था। उनके बारे में कहा जाता है कि वो अपनी दाढ़ी को लकी मानते थे। यही वजह थी कि वो अक्सर विम्बलडन में शेव करने से बचते थे। 1976 से 1980 के बीच पांच खिताब जीत चुके ब्योर्न का कहना था कि “हो सकता हैं कि अपनी दाढ़ी बढ़ा लूँ।” उन्हें ऐसा लगता था कि वो दाढ़ी की वजह से ही इन खिताबों को जीत सके हैं।
ब्योर्न बोर्ग (Picture Source :- GQ)
अंधविश्वास का यह अजीबोगरीब मामला जुड़ा है आंद्रे अगासी से। हुआ यूँ कि एक बार अमेरिकन टेनिस स्टार अगासी अपनी अंडरवियर को रखना भूल गए। साल 1999 में हुए फ़्रेंच ओपन के पहले राउंड में वो बिना अंडरवियर के ही खेले। उसके बाद जब उन्होंने ने इस मुकाबलें में अपनी फतह हासिल की तो उन्हें लगा की हो सकता है अंडरवियर की वजह से यह जीत हासिल हुई हो। बस फिर क्या था उन्होंने पूरे टूर्नामेंट में अपने आप को अंडरवियर से दूर ही रखा। गौरतलब है कि यह एकमात्र फ़्रेंच ओपन था जिसमे वो जीते थे। बड़ा अजीब लगता है न कि अंडरवियर भी भला किसी के लिए कैसे लकी हो सकता हैं।
आंद्रे अगासी (Picture Source :- Vox)
रिचर्ड गैसकेट के बारे में कहा जाता है कि वो अपनी टेनिस बॉल को बेहद लकी मानते थे। इस फ्रेंच खिलाड़ी की मान्यता थी कि वो अपनी लकी टेनिस गेंद की वजह से ही मैच जीतते थे। उनके बारे में कहा जाता है कि वो जब भी किसी मैच को जीतते थे तो अगली मैच के लिए उसी लकी गेंद की मांग करते थे। ऐसा न करने पर वो दूसरी गेंद को इस्तेमाल करने से मना कर देते थें।
रिचर्ड गैसकेट (Picture Source :- Zee News)
सेरेना विलियम्स भी बहुत अंधविश्वासी मानी जाती हैं। उनके बारे में कहा जाता है कि वो पूरे टूर्नामेंट में एक ही जोड़ी मोजे पहनती हैं। सेरेना अपने ‘लकी’ मोजे हर मैच में पहनती हैं और उन्हें तब तक नहीं बदलतीं या नहीं धोतीं, जब तक कि पूरा टूर्नामेंट ख़त्म न हो जाए। इस दौरान निश्चित तौर पर उनके मोजों की हालत थोड़ी ख़राब हो जाती होगी लेकिन सेरेना को लगता है कि इन मोजों की वजह से ही वो मैच जीतती हैं। इसके अलावा वो मैच शुरू होने से पहले गेंद को 5 बार बाउंस भी करती हैं।
सेरेना विलियम्स (Picture Source :- The National)
एन जोन्स भी काफ़ी अंधविश्वासी हैं। उनके बारे में कहा जाता है कि वो अंपायर के पीले मोजे को अपने लिए भाग्यशाली मानती थी। उनका मानना था कि जब भी अंपायर पीले रंग के मोजें पहनते थे तो वो उस मैच को आसानी से जीत जाती थी। एक बार तो हद्द हो गई थी जब उन्होंने अपने इस अंधविश्वास के चलते साल 1969 में अंपायर लॉरी मैक्कलम को पीले मोजे पहनने के लिए राजी कर लिया था। यही नहीं राफेल नाडाल के बारे में तो कहा जाता है कि वो मैच जीतने के लिए 20 तरह के अजीबोगरीब टोटकों को अपनाते हैं।
एन जोन्स (Picture Source :- IMS Vintage Photos)