24 सितम्बर 1995 को एक लंबे कद की असाधारण खेल प्रतिभा सेरेना विलियम्स ने प्रो टेनिस में अपना पहला कदम रखा। मजबूत कद-काठी और अविश्वसनीय शारीरिक क्षमता की बदौलत सेरेना ने अपने टेनिस करियर के शुरुआती दौर में ही कई शीर्ष वरीय खिलाड़ियों को मात दी।
2002 मियामी मास्टर्स टूर्नामेंट में सेरेना ने एक के बाद एक चोटी के तीन खिलाड़ियों को हराया और खिताब अपने नाम किया। यह अपने आप में बड़ी उपलब्धि है, लेकिन इसके बावजूद भी शायद ही किसी ने सोचा हो कि यही सेरेना एक दिन टेनिस इतिहास की महान खिलाड़ी स्टेफी ग्राफ के 22 ओपन ग्रैंड स्लैम खिताबों का विश्व रिकॉर्ड तोड़ेगी। 2017 ऑस्ट्रेलियन ओपन के फाइनल में अपनी बड़ी बहन वीनस विलियम्स को हराकर सेरेना ने 23वां ओपन ग्रैंड स्लैम खिताब जीतकर स्टेफी ग्राफ का वो महान रिकॉर्ड तोड़ दिया जिसे पिछले दो दशकों से कोई छू भी नहीं पाया था।
सन् 1997 में शिकागो में हुए अमेरिका कप में सेरेना पर सबकी निगाहें पड़ी जब इन्होंने 304वीं रैंकिंग पर रहते हुए 7वीं रैंकिंग की मैरी पियरसे और चौथी वरीयता प्राप्त मोनिका सेल्स को हराया। वे ऐसा करने वाली पहली खिलाड़ी थी। इसके अलावा भी सेरेना ने अपने दमदार खेल के बल पर कई रोचक कारनामे किये हैं, जैसे इस समय 35 वर्ष की उम्र में वह नंबर वन रैंकिंग पर काबिज हैं और ऐसा करने वाली वह दुनिया की सबसे उम्रदराज खिलाड़ी हैं।
सेरेना की शैली बेहद आक्रामक है, अंतिम पलों में वे अक्सर प्वाइंट बनाकर गेम जीत लेती हैं। जब सेरेना अपनी ताक़तवर सर्व मशीन ऑन करती हैं तो बड़े बड़े दिग्गजों के पसीने छूट जाते हैं। सेरेना की सबसे तेज सर्विस 209 किमी/घंटा की स्पीड की है, जो कि टेनिस इतिहास की तीसरी सबसे तेज सर्विस है। इसके अलावा सेरेना में पिछड़ने के बाद वापसी की गज़ब की क्षमता है, 1999 यू.एस. ओपन फाइनल में किम क्लिस्टर्स के खिलाफ पहले सेट में 3-5 से पिछड़ने के बाद सेरेना ने गेम में वापसी करते हुए क्लिस्टर्स को हराया और अपना पहला ग्रैंड स्लैम जीता।
उम्र के 35वें पड़ाव को पार कर चुकी इस खिलाड़ी में अभी काफी खेल बाकी है। अभी कई रिकॉर्ड बनने हैं और काफी टूटे जाने का इंतजार करते नजर आ रहे हैं, शायद जल्दी ही सेरेना उनका ये इंतज़ार खत्म कर देंगी।