करमन कौर थांडी ये नाम आपको खेल की दुनिया में भले ही नया लगे, लेकिन बहुत जल्द ही ये नाम विश्व टेनिस में लोकप्रिय होने वाला है। करमन भारत की युवा टेनिस खिलाड़ी हैं, जिन्होंने हाल ही में विश्व टेनिस एशोसिएसन में 32 स्थान की छलांग लगाते हुए टॉप 200 में जगह बनाने में सफल हुई हैं।
20 वर्ष की करमन कौर का जन्म 16 जून 1998 में दिल्ली में जन्मी करमन कौर भारत की उभरती हुई महिला टेनिस खिलाड़ी हैं। भारत के पूर्व दिग्गज टेनिस खिलाड़ी महेश भूपति ने करमन का सपोर्ट किया और आज उनकी सफलता रंग ला रही है। हॉन्गकॉन्ग ओपन में आईटीएफ सिंग्लस का खिताब जीतने के अलावा कौर ने चीन में हुई दो प्रतियोगिताओं के सेमीफाइनल में जगह बनाने में सफल रही हैं।
इससे पहले भारत की नंबर एक टेनिस खिलाड़ी अंकिता रैना ने टॉप 200 रैंकिंग में जगह बनाई थी, फिलहाल उनकी रैंक 195 है। करमन और अंकिता के अलावा सानिया मिर्जा, निरुपमा वैद्यनाथन, शिखा ओबरॉय और सुनीता रॉव ने टॉप 200 में जगह बना चुकी हैं।
भारत की ओर से सानिया मिर्जा ने साल 2007 में सिंग्लस की रैंकिंग में सर्वश्रेष्ठ 27 वीं रैंक हासिल की थी। सानिया के नाम 6 डबल्स ग्रैंडस्लैम खिताब दर्ज हैं। वहीं 1997 में निरुपमा ने 134वें नंबर पर आईं थीं, जबकि शिखा की सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग 122 और सुनीता की 144 रही है। ये दोनों टेनिस खिलाड़ी यूएस में रहीं और इनके पास यूएस का ही पासपोर्ट भी है। लेकिन ये भारत के लिए खेलती थीं।
करमन कौर के बारे में जानें ये खास बातेंः
छोटी उम्र में थामा रैकेट
करमन ने 8 वर्ष की उम्र में टेनिस की रैकेट थाम ली थी, डब्लूटीए फ्यूचर स्टार का खिताब जीतने के बाद बीबीसी ने सबसे पहले उनका इंटरव्यू किया था। जिसमें करमन ने कहा था, ” केल के प्रति प्यार और जूनून ने मुझे खिलाड़ी बना दिया।” करमन के कोच आदित्य सचदेवा ने उन्हें बाद में ग्रूम किया।
साल 2014 में जीता फ्यूचर स्टार खिताब
करमन ने ये खिताब लगातार 7 मैच जीतकर अपने नाम किया था। फाइनल में 2-4 से पिछड़ने के बाद इस युवा टेनिस खिलाड़ी ने जोरदार वापसी की और मुकाबला जीतकर खुद को साबित किया।
जर्मनी में जीता आईटीएफ टूर्नामेंट
23वें जूनियर अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट को जीतकर करमन पहली बार बड़े स्तर पर खिताब जीतने का अनुभव हासिल किया। जर्मनी में हुए इस टूर्नामेंट से पहले करमन ने हार्ड टर्फ पर खेला था, लेकिन उन्होंने पांच दिनों के भीतर क्ले कोर्ट पर खुद को विकसित किया और टूर्नामेंट में जीत हासिल की।
यूएस ओपन जूनियर में दिखा प्रभाव
साल 2015 में करमन ने यूएस ओपन जूनियर प्रतियोगिता में अपने प्रदर्शन से खासा प्रभावित किया। 89 नंबर की जूनियर स्तर की खिलाड़ी करमन ने इस टूर्नामेंट में पहले 20वें और दूसरे मैच में 28वें नंबर की खिलाड़ी को मात देकर प्रीक्वार्टरफाइनल में जगह बनाई थी।