विश्व के महानतम टेनिस खिलाड़ियो में शुमार स्विट्जरलैंड के रोजर फेडरर ने एक बार फिर अपने शानदार खेल का जानदार प्रदर्शन करते हुए साल के पहले ग्रैंड स्लैम ऑस्ट्रेलियाई ओपन का खिताब जीत लिया। कभी हार नहीं मानने के जज्बे का बेमिसाल उदाहरण पेश करते हुए फेडरर ने पांच सेट तक चले उतार-चढाव वाले रोमांचक मुकाबले में अपने चिर प्रतिद्वंद्वी राफेल नडाल को 6-4, 3-6, 6-1, 3-6, 6-3 से हराया।
35 वर्षीय फेडरर का यह पांचवां आस्ट्रेलियाई ओपन और ओवरऑल 18वां ग्रैंडस्लैम खिताब है। फेडरर ने 2012 में विंबलडन में जीत दर्ज करने के बाद पहली बार ग्रैंडस्लैम खिताब अपने नाम किया है। स्विट्जरलैंड के इस महान खिलाड़ी ने ऑस्ट्रेलियाई ओपन में छठे फाइनल में से पांचवीं बार जीत दर्ज की। इस तरह से उन्होंने यहां सात साल के लंबे इंतजार को भी खत्म किया।
फेडरर ने इससे पहले 2010 में एंडी मर्रे को हराकर मेलबर्न में खिताब जीता था। यह फेडरर और नडाल के बीच 35वां मुकाबला था। नडाल अब भी 23-12 और ग्रैंडस्लैम फाइनल में 6-3 से आगे है। इस स्पेनिश खिलाड़ी ने 2009 में ऑस्ट्रेलियाई ओपन के फाइनल में फेडरर को पांच सेट तक चले मैच में हराया था लेकिन स्विस स्टार आठ साल बाद उसका हिसाब बराकर करने में सफल रहा। इस जीत से फेडरर 1968 से शुरू हुए ओपन युग में ऑस्ट्रेलिया के केन रोसवेल की 1972 में ऑस्ट्रेलियाई ओपन की खिताबी जीत के बाद ग्रैंडस्लैम जीतने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी भी बन गये हैं।
फेडरर ने इस खिताबी मुकाबले में कुल 20 एस लगाए जबकि नडाल सिर्फ चार एस लगा सके। फेडरर के नाम कुल 73 विनर्स रहे जबकि नडाल के नाम 35 रहे। बेजां गलतियों के मामले में नडाल बेहतर स्थिति में रहे। नडाल ने कुल 28 बेजां गलतियां की जबकि फेडरर ने 57 कीं। फेडरर ने पूरे मैच में 150 अंक हासिल किए जबकि नडाल के नाम 139 अंक रहे। नडाल ने फेडरर के खिलाफ खेले गए पिछले आठ ग्रैंड स्लैम फाइनलों में से छह में जीत हासिल की है, जबकि फेडरर तीन बार नडाल को खिताबी मात देने में सफल रहे हैं। आस्ट्रेलियन ओपन जीतने के बाद नडाल और फेडरर के बीच का स्कोर 6-3 हो गया है।