14 फरवरी के दिन जम्मू-कश्मीर स्थित पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों पर हुए आत्मघाती आतंकी हमले का चौतरफा विरोध किया जा रहा है। खेल जगत के दिग्गज खिलाडियों ने भी मुखर होकर इस हमले का कड़ा विरोध किया था। भारत की टेनिस स्टार सानिया मिर्ज़ा ने भी इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए 14 फरवरी को भारत के लिए काला दिन तक करार दिया था। इस आतंकी हमले से आहत सानिया ने इंस्टाग्राम पर लिखा था कि, “मैं सीआरपीएफ के जवानों और शहीदों के परिवार के साथ हूं। 14 फरवरी का दिन भारत के लिए काला दिन था। मैं दुआ करती हूं कि फिर कभी ऐसा दिन कभी ना आए। इस घटना की जितनी भी कड़ी निंदा की जाए उतनी कम है।”
सानिया मिर्जा के इस पोस्ट के बाद सोशल मीडिया में कुछ लोगों ने उन्हें जमकर ट्रोल किया। इस पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सानिया ने आगे कहा कि “हस्तियों को अपनी राष्ट्रभक्ति साबित करने के लिए सार्वजनिक तौर पर संवेदना व्यक्त करने की जरुरत नहीं है।“
सोशल मीडिया पर सानिया को ट्रोल होता देख उनके बचाव में क्रिकेटर शिखर धवन की पत्नी आयशा धवन आगे आई हैं। सानिया मिर्जा को ट्रोल करने वाले यूजर्स की क्लास लेते हुए आयशा ने सानिया के इंस्टाग्राम पोस्ट को अपने इंस्टाग्राम से शेयर किया और इसके बाद पुलवामा हमले में शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए पोस्ट लिखा कि “लोग अलग-अलग तरह से शोक व्यक्त करते हैं। मैं उम्मीद करती हूं कि इस मुश्किल की घड़ी में हमें हमारा प्यार, इंसानियत और आदर दिखाने का समय है ना कि हम अपना आपा खोकर नफरत और भेदभाव फैलाएं। हमारे हीरो और उनका परिवार कहीं ज्यादा डिज़र्व करते हैं, इसलिए जिससे जितना हो सके, अपनी तरफ से उनके लिए उतना कीजिए।“
गौरतलब है कि सानिया मिर्जा ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट जारी करते हुए लिखा था कि “यह पोस्ट उन लोगों के लिए है जो सोचते हैं कि हस्तियों को अपनी राष्ट्रभक्ति साबित करने के लिए ट्वीटर और इंस्टाग्राम पर निंदा करनी चाहिए। क्यूं क्योंकि हम हस्ती हैं। कुछ लोग सोशल मीडिया पर लोगों को निशाना बनाकर अपनी हताशा निकालते हैं और देश में नफरत फैलाते हैं।” इस विषय पर बोलते हुए उन्होंने आगे कहा कि “मुझे सार्वजनिक तौर पर निंदा करने की कोई आवश्यकता नहीं है और ना ही सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर यह बताने की जरुरत है कि हम आतंकवाद के खिलाफ हैं। निश्चित तौर पर हम आतंकवाद के खिलाफ हैं और हम उस व्यक्ति के भी खिलाफ हैं जो यह काम करता है। जो सही सोच वाला व्यक्ति है वह हमेशा आतंकवाद के खिलाफ होगा और यदि कोई ऐसा नहीं करता है तब यह एक समस्या है। मैं मानती हूं कि यह दिन कभी भूला नहीं जा सकता और ना ही हमें भूलना चाहिए। लेकिन मैं प्रार्थना करती हूं कि शांति बनी रहे और आपको भी नफरत फैलाने के बजाए शांति के लिए ही प्रार्थना करनी चाहिए। गुस्सा जाहिर करना अच्छी बात है लेकिन उससे कुछ सकारात्मक हल निकल रहा हो तो आपका गुस्सा जायज़ है।”

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सानिया ने आगे लिखा कि “आप लोगों को ट्रोल करके कुछ भी नहीं मिलेगा। इस दुनिया में कहीं भी आतंकवाद के लिए कोई जगह नहीं है और ना ही होगी। अपने देश की भलाई के लिए कुछ करे ना कि सोशल मीडिया के पोस्ट पढ़कर लोगों को कमतर आंकने का काम करें।” सानिया ने कहा कि “आप अपना कर्म करो हम सोशल मीडिया पर पोस्ट नहीं करके भी अपना काम कर सकते हैं।”