डोपिंग मामले में फंसी टेनिस स्टार मारिया शारापोवा लंबे प्रतिबंध के बाद जल्द ही फ्रेंच ओपन टेनिस टूर्नामेंट में नज़र आ सकती हैं। फ्रांसीसी टेनिस अधिकारियों के मुताबिक इस बात का फैसला 15 मई को होगा । फ्रांसीसी टेनिस अधिकारियों ने इसके साथ ही कहा कि सेरेना विलियम्स के गर्भवती होने के कारण अनुपस्थित रहने से इस फैसले पर कोई असर नहीं पड़ेगा। अगर सब कुछ ठीक रहा तो शारापोवा अगले सप्ताह डब्ल्यूटीए स्टुटगार्ट ओपन में वापसी करेंगी।
फ्रेंच ओपन में शारापोवा की वाइल्ड कार्ड एंट्री का प्रावधान किया गया है। हालांकि इस फैसले से कई खिलाड़ी नाराज हैं। शारापोवा को मैड्रिड और रोम में क्ले कोर्ट प्रतियोगिताओं में भी हिस्सा लेने के लिये आमंत्रित किया गया है। उन्हें रोलां गैरा के लिए वाइल्ड कार्ड मिलेगा या नहीं यह क्वालीफाईंग शुरू होने से एक सप्ताह पहले ही पता चल पाएगा। फ्रेंच टेनिस फेडरेशन के अध्यक्ष बर्नार्ड जियुडिसेली ने पिछले महीने कहा कि वे नैतिक उहापोह में हैं और उन्होंने संकेत दिये थे कि वे इसके खिलाफ हैं। अगर शारापोवा भी फ्रेंच ओपन में नहीं खेल पाती हैं तो इस बार महिला वर्ग में दो दिग्गज खिलाड़ियों की कमी खलेगी।
ग्रैंडस्लैम के आयोजन को लेकर जियुडिसेली ने कहा, ‘‘सेरेना विलियम्स और मारिया शारापोवा के दोनों ही अलग तरह के मामले हैं। हम ग्रैंडस्लैम प्रतियोगिता का आयोजन कर रहे हैं किसी नाटक के लिये पात्रों का चयन नहीं कर रहे हैं। गौरतलब है कि 23 ग्रैंड स्लैम विजेता विलियम्स ने बुधवार को ही गर्भवती होने की जानकारी स्नैपचैट के जरिये दी थी ।
बता दें कि पांच बार की ग्रैंड स्लेम चैंपियन रूस की मारिया शारापोवा ने मेलडोनियम को प्रतिबंधित दवाओं की श्रेणी में डाले जाने से पूर्व जानकारी नहीं देने के लिए अंतरराष्ट्रीय टेनिस महासंघ (आईटीएफ) को दोषी ठहराया था। शारापोवा को 2016 ऑस्ट्रेलियन ओलंपिक के दौरान प्रतिबंधित पदार्थ मेलडोनियम के सेवन का दोषी पाया गया था, जिसके लिए उन पर दो वर्ष का प्रतिबंध लगाया गया था। इसके बाद उनके निलंबन को घटाकर 15 महीने कर दिया गया।