दुनिया के बेहतरीन टेनिस खिलाड़ी राफेल नडाल के खेल का सबसे मजबूत पक्ष उनका फोरहैंड शॉट है। जिसके दम पर वह अपने विरोधी को मात देने में हमेशा सफल होते हैं, क्योंकि उनकी इस स्किल का कोई तोड़ नहीं है। ऐसे में जो युवा टेनिस में अपना करियर बनाना चाहते हैं, उन्हें इस शॉट के बारे में जरूर जानना चाहिए। साथ ही नडाल इसे इतना अच्छा कैसे खेल लेते हैं, इसे भी जानना जरूरी है। बीजिंग ओलंपिक में सिंगल्स का गोल्ड और रियो में डबल्स का गोल्ड जीतने वाले नडाल बाएं हाथ से खेलते हैं, जो विपक्षी खिलाड़ी के लिए अतिरिक्त दबाव साबित होता है।
नडाल का रैकेट जब गेंद को छूता है, तो इसमें उनका शरीर काफी सपोर्ट करता है। वह बैकस्विंग को बेहतरीन ढंग से मैनेज करने के साथ रैकेट के फेस को इन लाइन करने में सफल होते हैं। इसके अलावा वह शरीर और रैकेट के बीच निश्चित दूरी बना लेते हैं।
प्वाइंट ऑफ कॉन्टैक्ट
नडाल जब फोरहैंड शॉट खेल रहे होते हैं, तब उनका फॉलो थ्रू बेहद कॉमन होता है। नडाल अपने सिर को गेंद व रैकेट के टकराने तक लॉक करके रहते हैं, इस दौरान उनके शरीर का भार पिछले पैरों पर होता है।
कॉमन फॉलो-थ्रू
जो स्मार्ट विपक्षी होते हैं, वह नडाल के खिलाफ नीचे ज्यादा खेलते हैं। क्योंकि इसकी वजह से उन्हें फोरहैंड खेलने में दिक्कत होती है, लेकिन नडाल इसे खेलने के लिए रूम बनाते हैं और अपने घुटनों को बॉल के हिसाब से झुकाते हैं। इस दौरान उनका स्टांस लो बॉल स्क्वॉयर होता है, जिससे उन्हें ये शॉट खेलने में आसानी होती है।
लो बॉल स्क्वॉयर स्टांस
नडाल टेनिस के सबसे तेज खिलाड़ियों में से एक हैं, जिसकी वजह से बॉल से ज्यादा दूर खुद को नहीं रखते हैं। इसलिए उन्हें जब डिफेंसिव खेलना होता है, तो वह खुद को स्ट्रेच करते हैं। नडाल इस पोस्चर में शानदार भी लगते हैं, कोर्ट में स्ट्रेच करते हुए डिफेंसिव फोरहैंड खेलने में नडाल का कोई सानी नहीं है।
डिफेंसिव फोरहैंड
नडाल की स्किल में पॉवर का अहम रोल है, जिससे वह अपनी हल्की फुल्की कमियों को छुपाने या यूं कहें रिकवर करने में सफल हो जाते हैं। वह फोरहैंड शॉट खेलने के लिए रैकेट को समय से पहले स्विंग करते हैं, उनका रैकेट इस दौरान गेंद के नीचे होता है, जिसकी वजह से वह पोजीशन बनाने में सफल हो जाते हैं। हालांकि इस दौरान उनका शरीर नेट की तरफ और सिर गेंद की तरफ होता है। इसके अलावा उनका स्टांस ओपन होता है।
रैकेट पहले स्विंग करना