ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में गोल्ड मेडल जीतने वाली पूनम यादव को वेटलिफ्टिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया ने सस्पेंड कर दिया है। फेडरेशन ने पूनम यादव पर अनुशासनहीनता का आरोप लगाकर उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
पूनम यादव के जवाब से अगर फेडेरेशन संतुष्ट नहीं हुआ तो उनकी एशियन गेम्म में भागीदारी भी मुश्किल में पड़ सकती है। इससे भारत के पदक की दावेदारी पर बड़ा झटका लग सकता है।
एशियन गेम्स में भाग लेने से चूक सकती हैं
गोल्ड कोस्ट में 69 किलोग्राम के भारवर्ग में देश को गोल्ड मेडल दिलाने वाली पूनम यादव वेटलिफ्टिंग दल के साथ 12 अप्रैल को देश वापस लौटी थीं। जहां उन्हें बाकी वेटलिफ्टर्स के साथ सीधे पटियाला में वेटलिफ्टिंग के कैंप में रिपोर्ट करना था। लेकिन पूनम यादव फेडेरेशन को बिना बताये डायरेक्ट बनारस चली गयीं। जबकि कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने वाली संजीता चानू और मीराबाई चानू दिल्ली से सीधे पटियाला चली गईं थीं।
क्या है पूरा मामला
वेटलिफ्टिंग फेडरेशन के मुताबिक इसी साल होने वाले एशियन गेम्स की तैयारियों को ध्यान में रखते हुए सभी खिलाड़ियों को सम्मान समारोहों के अलावा कहीं और जाने की बजाय सीधे कैंप में ही रहने के निर्देश दिए गए थे। लेकिन पूनम ने नियमों का उल्लंघन कर दिया और वह 10 दिन बाद कैम्प पहुंची। इसी वजह से फेडेरेशन ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
फेडेरेशन है नाराज
कारण बताओ नोटिस मिलने के बाद पूनम ने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया और 25 अप्रैल को रेल मंत्रालय के सम्मान समारोह के बाद भी वह अपनी टीम के साथ वापस कैंप नहीं लौटीं। जिसकी वजह से फेडरेशन ने सस्पेंशन के साथ-साथ पूनम को अब अपने खर्चे पर डोप टेस्ट कराने का निर्देश भी दे दिया है। जिसके नेगेटिव आने के बाद ही दोबारा उनकी कैंप में एंट्री हो पाएगी। हालांकि इसके लिए पूनम के पास वक्त कम है।
पूनम कराना होगा डोप टेस्ट