भारत के दिग्गज पहलवान व दो बार के ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार चार साल बाद पहली बार अपनी बाउट हार गए हैं। जार्जिया में जारी टीब्लिसी ग्रांपि कुश्ती प्रतियोगिता में भारत के इस सर्वश्रेष्ठ पहलवान को पोलैंड के उभरते हुए पहलवान आंद्रेज सोकालस्की ने 4 के मुकाबले 8 अंकों से हार का सामना करना पड़ा।
सुशील कुमार की इस हार की वजह से एशियाई खेलों से पहले भारत को बड़ा झटका लगा है। कॉमनवेल्थ गेम्स में हाल ही में लगातार तीसरा गोल्ड मेडल जीतने वाले इस भारतीय पहलवाने को एशियाई खेलों बिना ट्रायल के टीम में शामिल किया गया था।
चार साल हारे सुशील कुमार
35 वर्षीय इस भारतीय रेसलर को इससे पहले आखिरी बार मई साल 2014 में इटली के सासारी में आयोजित हुई कुश्ती प्रतियोगिता में फ्रांस के लुका लैंपिस ने मात दिया था। उसके बाद से सुशील कुमार एक भी कुश्ती नहीं हारे थे।
यही नहीं सुशील कुमार 2 साल बाद बीते महीने टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम टॉप्स में शामिल किया गया था। यानी देश को इस दिग्गज रेसलर से ओलंपिक में पदक खासी उम्मीद है। 74 किग्रा भारवर्ग में मौजूदा समय में देश में सुशील की बराबरी वाला कोई अन्य पहलवान भी नहीं है।
बजरंग इतिहास रचने के करीब
वहीं इसी प्रतियोगिता में 65 किग्रा भारवर्ग में भारत के बजरंग पुनिया ने कमाल का प्रदर्शन करते हुए सिल्वर मेडल पक्का कर लिया है। बजरंग ने यूक्रेन के गोर ओगन्नसेन को मात देकर क्वार्टरफाइनल में जगह बनाई, जहां उन्होंने ईरान के योनेस अलीअकबर एमामिचोघई को मात देकर सेमीफाइनल का टिकट कटवाया। सेमीफाइनल में बजरंग ने रूस के मटालिमोव को मात देकर फाइनल में जगह बना ली है, अब गोल्ड मेडल के लिए लड़ेंगे।
दीपक पुनिया ने किया प्रभावित
86 किग्रा भारवर्ग में युवा रेसलर दीपक पुनिया ने अपनी स्किल से प्रभावित हालांकि वह मेडल राउंड में जगह बनाने में असफल रहे, लेकिन क्वार्टरफाइनल में उन्होंने जार्जियो के सबा चिख्रेज को कड़ी टक्कर दी।