एशियाई खेलों के लिए जाने वाले दल में 12 पहलवान फ्रीस्टाइल इवेंट में और 6 पहलवान ग्रीको रोमन इवेंट में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। जिसमें से पदक के दावेदार भारत के कई पहलवान हैं, लेकिन कौन से पहलवान गोल्ड जीतेंगे ये एक बड़ा सवाल है? हमने गोल्ड के प्रबल दावेदारों में 5 पहलवानों की लिस्ट तैयार की है, जो निम्न हैः
50 किग्रा भार वर्ग में विनेश फोगाट भारत की नंबर एक पहलवान हैं, साल 2014 में इंचियोन में हुए एशियन गेम्स में विनेश फोगाट ने भारत को कांस्य पदक दिलाया था। ऐसे में कॉमनवेल्थ खेलों की इस गोल्ड मेडलिस्ट से इस बार एशियन गेम्स में गोल्ड की उम्मीदें हैं।
विनेश फोगाट
भारत के सबसे बड़े पहलवान सुशील कुमार एशियाई खेलों में 74 किग्रा भारवर्ग में भारत को गोल्ड मेडल जीतने उतरेंगे। कॉमनवेल्थ खेलों में सुशील कुमार ने भारत को गोल्ड दिलाया था और वह चार वर्ष तक एक भी बाउट नहीं हारे थे। लेकिन तबलिसी ग्रांपि में वह पोलैंड के पहलवान से हार गए थे, जो उनकी बीते चार सालों के भीतर पहली हार है।
सुशील कुमार
65 किग्रा भार वर्ग में भारतीय पहलवान बजरंग पुनिया एशियाई खेलों में अपनी हालिया फॉर्म के चलते स्वर्ण पदक के प्रबल दावेदार हैं। योगेश्वर दत्त के शिष्य बजरंग ने कॉमनवेल्थ खेलों के साथ-साथ पिछले अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में 5 गोल्ड और 1 सिल्वर मेडल जीता है।
बजरंग पुनिया
57 किग्रा भारवर्ग में भारत की उभरती हुई महिला पहलवान पूजा ढांडा बीते एक वर्ष से लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं। हालांकि वह बड़े स्तर पर गोल्ड नहीं जीत पाईं हैं, लेकिन नाइजीरियाई पहलवान ओडोनायो ने उन्हें हर बार गोल्ड से वंचित कर रखा है। जो एशियाई खेलों में भौगोलिक परिस्थितियों की वजह से नहीं भाग लेंगी। इसलिए ढांडा के गोल्ड जीतने के चांस बढ़ गए हैं।
पूजा ढांडा
62 किग्रा भार वर्ग में एशियाई खेलों में पहली बार साक्षी मलिक भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी। रियो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली साक्षी मलिक को कॉमनवेल्थ खेलों में भी कांस्य से ही संतोष करना पड़ा था। ऐसे में उनके पास एशियन गेम्स 2018 अपने तमगा का रंग बदलने का बड़ा मौका है।
साक्षी मलिक