एशियन गेम्स के 18वें संस्करण को शुरू होने में अब 4 दिन शेष हैं। पहले एशियन गेम्स में दूसरे स्थान पर रहने वाले भारत के लिए इंडोनेशिया में होने वाला टूर्नामेंट 2020 ओलंपिक की तैयारियों की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है। यही वजह है कि भारत के 572 एथलीट ज्यादा से ज्यादा पदक जीतने के इरादे से इंडोनेशिया जा रहे हैं।
पिछले एशियन गेम्स की बात करें तो, भारत 57 मेडल जीतकर 8वें स्थान पर रहा था। इनमें 11 गोल्ड, 10 सिल्वर और 36 ब्रॉंज शामिल थे। ऐसे में भारत का लक्ष्य मेडल की संख्या में इजाफा करते हुए टूर्नामेंट के टॉप में 5 में जगह बनाने की होगी। लेकिन आप ये जानकर चौंक जाएंगे कि पहले एशियन गेम्स का आयोजन साल 1951 में नई दिल्ली में हुआ था, जिसमें भारत 51 मेडल के साथ जापान के बाद दूसरे स्थान पर रहा था।
एशियन गेम्स में सबसे ज्यादा मेडल जीतने वाले देशों की बात करे तों चीन 2,976 मेडल के साथ पहले नंबर पर हैं। वहीं भारत 617 मेडल जीतकर दूसरे पायदान पर काबिज है। आइये एक नजर डालते हैं एशियन गेम्स में भारत के प्रदर्शन पर……..
गोल्ड मेडल
एशियन गेम्स में भारत के लिए पहला मेडल जीतने का रिकॉर्ड सचिन नाग के नाम दर्ज है। सचिन ने 8 मार्च 1951 को 100 मीटर फ्रीस्टाइल स्विमिंग इवेंट में 1 मिनट 4.7 सेकेंड का समय निकालते हुए गोल्ड मेडल अपने नाम किया था। हालांकि सचिन के बाद कोई भी भारतीय तैराक एशियन गेम्स में 100 मीटर फ्रीस्टाइल में गोल्ड मेडल नहीं जीत पाया है। सचिन के गोल्ड जीतने के बाद से अब तक भारत एशियन गेम्स में 139 गोल्ड मेडल पर कब्जा कर चुका है। हैरानी की बात ये है कि 139 गोल्ड मेडल में 72 गोल्ड एथलेटिक्स में आए हैं। एथलेटिक्स के बाद कुश्ती और कबड्डी में भारत ने 9-9 गोल्ड अपने नाम किए हैं।
सिल्वर मेडल
एशियन गेम्स में भारत अब तक कुल 178 सिल्वर मेडल अपने नाम कर चुका है। इसमें भी सबसे ज्यादा 77 मेडल एथलेटिक्स में आए हैं। इसके बाद कुश्ती और बॉक्सिंग का नंबर आता हैं, जिसमें क्रमश: 14 और 16 सिल्वर भारत ने जीते हैं।
ब्रॉंज मेडल
एशियन गेम्स में भारत ने अब तक कुल 617 मेडल जीते हैं, जिनमें 298 ब्रॉंज हैं। इन ब्रॉंज मेडलों में भी सबसे ज्यादा 84 मेडल एथलेटिक्स में आए हैं। दूसरे स्थान पर कुश्ती है, जिसमें भारतीय पहलवानों ने 33 मेडल जीते हैं।