इंडोनेशिया में हुए 18वें एशियन गेम्स में भारत ने 15 गोल्ड जीतने के साथ सुनहरा इतिहास रच दिया है। इस दौरान भारत के खाते में कुल 69 मेडल आए हैं, जिनमें 15 गोल्ड, 24 सिल्वर और 30 ब्रॉन्ज मेडल शामिल हैं। यह भारत का अब तक के एशियन गेम्स इतिहास का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन हैं, खास बात यह रही कि भारत ने सबसे ज्यादा गोल्ड मेडल एथलेटिक्स (7) में हासिल किए जहां देश ने एथलीटों ने अव्वल दर्जे का प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन के साथ ही भारत की 2020 टोक्यो ओलंपिक में मेडल जीतने के उम्मीदें भी काफी बढ़ गईं हैं। एशियन गेम्स में जहां मेडल के प्रमुख दावेदार माने जाने वाले दिग्गज़ सुशील कुमार, साक्षी मलिक, मनोज कुमार जैसे कई खिलाड़ियों से निराशा हाथ लगी तो वहीं सौरभ चौधरी, स्वपना बर्मन जैसे नए चेहरों ने गोल्ड के तमगे हासिल कर पूरे विश्व में भारत की जीत का डंका बजाया। वहीं इस साल पहली बार शामिल किए गए खेलों में भारत ने ब्रिज के खेल में टीम इवेंट में गोल्ड जीता, जिससे साफ हो गया है कि भविष्य में भारत मेडल की सौगात ला सकता है। आईये जानते हैं स्वर्णिम इतिहास लिखने वाले इन एथलीटों के बारे में।
बजरंग पूनिया – पहलवान बजरंग पुनिया ने एशियन गेम्स में भारत को पहला गोल्ड मेडल दिला दिया है। बजरंग ने जापान के पहलवान ताकातानी को 11-8 से फाइनल मुकाबले में मात दी।
पहला गोल्ड
विनेश फोगाट – एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने वाली विनेश फोगाट पहली भारतीय महिला पहलवान हैं। जापान की पहलवान यूकी इरी को एकतरफा मुकाबले में 6-2 से हराकर गोल्ड मेडल पर कब्जा किया था।
दूसरा गोल्ड
सौरभ चौधरी – भारत युवा शूटर सौरभ चौधरी ने 10 मीटर एयर पिस्टल के मेन्स इवेंट में देश को गोल्ड मेडल दिलवाया है। सौरभ मेरठ से ताल्लुख रखते हैं।
तीसरा गोल्ड
राही सरनोबत – राही सरनोबत ने एशियन गेम्स 2018 में 25 मीटर पिस्टल इवेंट में गोल्ड मेडल जीता था। इस इवेंट में भारत की युवा शूटर मनु भाकर भी थीं लेकिन वो पहली ही मेडल की रेस से बाहर हो गईं।
चौथा गोल्ड
क्वाड्रुपल – भारत ने रोइंग के क्वाड्रुपल स्कल्स टीम इवेंट में स्वर्ण पदक जीता। इस टीम में सवर्ण सिंह, दत्तू भोकानल, ओमप्रकाश और सुखमीत सिंह शामिल थे।
पांचवा गोल्ड
रोहन बोपन्ना और दिविज शरण – रोहन बोपन्ना और दिविज शरण की जोड़ी ने टेनिस पुरुष डबल्स इवेंट में भारत को गोल्ड मेडल दिलाया।
छठा गोल्ड
तेजिंदर पाल सिंह ने गेम रिकॉर्ड बनाते हुए गोला फेंक में 19.03 मीटर गोला फेंककर गोल्ड जीता था।
सातवां गोल्ड
भारत के पोस्टर ब्वॉय कहे जाने वाले जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने 88.06 मीटर दूरी के थ्रो के साथ भारत की झोली में गोल्ड मेडल गिराया था।
आठवां गोल्ड
मंजीत सिंह – पुरुष 800 मीटर दौड़ में प्रबल दावेदार हमवतन जिनसन जॉनसन को पीछे छोड़ते हुए मंजीत सिंह ने गोल्ड मेडल जीता था।
नौंवा गोल्ड
स्वप्ना बर्मन – हैप्टाथलॉन प्रतिस्पर्धा में स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाली एथलीट स्वप्ना बर्मन ने इतिहास रच दिया है। यह इस इवेंट में भारत का पहला गोल्ड है। इस इवेंट में 100 मी. हर्डल रेस, लॉन्ग जंप, शॉटपूट थ्रो, लॉन्ग जंप, जेवलिन थ्रो और 800 मी. रेट शामिल होती है।
ग्यारहवां गोल्ड
जिनसन जॉनसन – पुरुषों की 1500 मीटर दौड़ में भारतीय धावक जिनसन जॉनसन ने भारत को गोल्ड मेडल दिलाया।
बारहवां गोल्ड
4*400 मीटर महिला रिले – भारत की चार गुणा 400 मीटर महिला रिले टीम ने देश को पांचवां स्वर्ण पदक दिलाया था। हिमा दास, एमआर पूवम्मा, सरिताबेन गायकवाड़ और विस्मया वेलुवा कोरोथ की भारतीय महिला चौकड़ी ने तीन मिनट और 28.72 सेकेंड का समय निकालकर स्वर्ण पदक जीता।
तेरहवां गोल्ड
अरपिंदर सिंह – एशियन गेम्स में ट्रिपल जंप इवेंट में अरपिंदर सिंह ने देश को गोल्ड मेडल दिलाया।
दसवां गोल्ड
अमित पंघाल – भारत के अमित पंघाल ने एशियन गेम्स में 49 किग्रा भारवर्ग में गोल्ड मेडल जीता।
चौदहवां गोल्ड
प्रनब बर्धान और शिबनाथ सरकार – भारत के प्रनब बर्धन और शिभनाथ सरकार ने ब्रिज के डबल्स इवेंट में देश को गोल्ड मेडल दिलाया है।
पंद्रहवां गोल्ड