एक दशक तक दुनिया में अपना दबदवा बनाने वाले सबसे तेज रनर उसेन बोल्ट का अंत निराशाजनक रहा। विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में चार गुणा 100 मीटर रेस के लिए अंतिम पर बार ट्रैक पर उतरे बोल्ट मांसपेशियों में खिंचाव के कारण रेस को पूरा नहीं कर पाए।
बोल्ट से स्वर्णिम विदाई की उम्मीद की जा रही थी लेकिन मांसपेशियों में खिंचाव ने सभी की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
अपने करियर की अंतिम रेस में 30 वर्षीय बोल्ट ने जमैकाई साथी योहान ब्लेक से बेटन ली लेकिन तभी उनकी मांसपेशियों में खिंचाव आ गया। उन्होंने कोशिश की लेकिन सब व्यर्थ गया क्योंकि वह रेस की अंतिम लैप में ब्रिटिश और अमेरिकी प्रतिद्वंद्वियों का पीछा नहीं कर सके।
बोल्ट ने लंबे कदम बढ़ाने शुरू किये लेकिन वह अपनी चिर परिचित रफ्तार नहीं ला सके और लड़खड़ाकर कुछ कदम आगे बढ़ते हुए गिर गये, वह दर्द से कराह रहे थे।

जमैका टीम के डाक्टर केविन जोंस ने बाद में कहा, ‘‘उनकी बायीं हैमस्ट्रिंग की मांसपेशियों में खिंचाव आ गया है लेकिन उन्हें सबसे ज्यादा दर्द रेस हारने की निराशा से है। पिछले तीन हफ्ते उनके लिए काफी कठिन रहे हैं। ’’ ओलंपिक स्टेडियम में यह दृश्य काफी दुखद था, जहां उन्होंने 2012 ओलंपिक खेलों में तीन गोल्ड मेडल अपने नाम किये थे। बोल्ट निराशा में घुटने के बल बैठ गये और अपना सिर उन्होंने अपने हाथों में रख दिया। वह काफी देर तक अकेले ट्रैक पर ऐसे ही बैठे रहे और ब्लेक व टीम के अन्य साथियों जूलियन फोर्टे और ओमर मैकलियोड ने उन्हें घेर लिया।
जमैका के इस लंबी कद काठी का एथलीट को मदद करके उठाया गया लेकिन वह फिनिशिंग लाइन पर लड़खड़े रहे थे। दर्शकों ने तालियां बजाकर उसका प्रोत्साहन किया।