वैसे तो आईबीएल का मकसद युवाओं को मौका देना, लोकल टेलेंट को निखारना और नई प्रतिभा ढूंढना था। लेकिन भारतीय बैडमिंटन के स्तर को बढ़ाने के लिए और फैंस में इस खेल के प्रति लोकप्रियता में इजाफा लाने के लिए की गई इस टूर्नामेंट से विवाद हमेशा जुड़ते ही रहे। कभी बेस प्राइज को लेकर तो कभी टीमों को लेकर खिलाड़ियों में हर वक्त आना कानी चलती ही रही। आए दिन नए विवाद इससे जुड़ते चले गए और तो और यह साथी खिलाड़ियों में फूट भी डालने लगा था। यह सिर्फ देशी नहीं बल्कि विदेशी खिलाड़ियों तक पहुंच चुकी थी।
यहां हम बात कर रहे हैं इंडोनेशिया के पूर्व दिग्गज बैडमिंटन स्टार व विश्व चैंपियन तौफीक हिदायत की। हिदायत ने आईबीएल की नीलामी के बाद बयान दिया था कि वे इस निलामी बिल्कुल खुश नहीं हैं और खिलाड़ियों की खरीद फरोख्त सही तरीका नहीं है। इसके कुछ समय बाद उन्होंने फिर से बयान दिया जिसमें उन्होंने अपने और बाकी विदेशी खिलाड़ियों के लिए लगाई गई बोली को काफी कम बताया और अपनी नाराजगी जाहिर की।
बस उनके इतने ही बोलने की देरी थी कि नीलामी में सबसे ज्यादा रकम में खरीदी जाने वाली भारतीय स्टार खिलाड़ी साइना नेहवाल ने हिदायत पर धावा बोल दिया और उन्हें खरी खोटी सुनाई। मौके पर चौका मारते हुए दूसरी तरफ से भारतीय बैडमिंटन सनसनी ज्वाला गुट्टा भी कूद पड़ी और उन्होंने अपने अंदाज में साइना पर बयानों की बौछार कर दी। साइना ने खेल की भावनाओं के खिलाफ जाते हुए अपने ही टीम के खिलाड़ी पर वार करते हुए कहा कि हिदायत एक रिटायर्ड खिलाड़ी हैं और 15 हजार डॉलर का उनका आधार मूल्य बिल्कुल सही है। इस बयान के बाद पहले ज्वाला और आगबबूला हो गईं और उन्होंने साइना और आईबीएल आयोजकों पर निशाना साध दिया। ट्विटर पर निशाना साधते इन बयानों की बौछार लगाते ही यह मामला मीडिया में आ गया।
जब हिदायत को लेकर दो बड़े खिलाड़ियों में छिड़ा ट्विटर वॉर
