दुनिया में खेलों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एयरबैडमिंटन की वैश्विक स्तर पर पिछले सप्ताह ग्वांग्झू में शुरुआत की गई थी। दरअसल, एयरबैडमिंटन बैडमिंटन का नया प्रारूप है और यह खेल आउटडोर मनोरंजन के लिए बढ़िया विकल्प हो सकता है। जानकारी के मुताबिक एयरबैडमिंटन को चीन स्थित ग्वांगझू में तियानहे जिमनैजियम के बाहर एक वैश्विक समारोह के मौके पर लॉन्च किया गया था। बीडब्ल्यूएफ अध्यक्ष और अटलांटा में हुए साल 1996 ओलंपिक खेलों के पुरुष एकल के स्वर्ण पदक विजेता पॉल एरिक होयेर ने इस कार्यक्रम की शुरुआत की थी।

Picture Source: Instagram/mierwong
इस खेल के बारे में कहा जा रहा है कि इसमें कोर्ट की लंबाई चौड़ाई भिन्न होगी तथा इसमें नई तरह की शटलकॉक का उपयोग किया जाएगा जिसे एयरशटल कहते हैं। उमस का भी इस पर सीमित प्रभाव पड़ेगा। दरअसल, एयरशटल पर हवा का बहुत कम प्रभाव पड़ेगा। बीडब्ल्यूएफ वर्तमान में प्रमुख स्पोर्ट्स निर्माताओं के साथ एयर प्रोडक्ट बनाने और रोलआउट करने के लिए काम कर रहा है। उनका उद्देश्य यह है कि शटलकॉक को 12 किमी प्रति घंटे की गति से हवा में खेला जा सके।

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ओलंपिक कांस्य पदक विजेता और विश्व की पूर्व नंबर एक खिलाड़ी साइना नेहवाल ने पीटीआई से हुई बातचीत में कहा कि “एयरबैडमिंटन से इस खेल को आगे बढ़ावा देने में मदद मिलेगी। भारत में हमारा अधिकतर इस खेल से परिचय आउटडोर खेल के रूप में ही होता है। हम इसे अपने घर के बाहर माता पिता, दोस्तों के साथ खेले हैं। बीडब्ल्यूएफ का इसे बढ़ावा देने का यह बहुत अच्छा प्रयास है।” इस विषय पर बोलते हुए उन्होंने आगे कहा कि “मुझे पूरा विश्वास है कि इससे एमेच्योर खिलाड़ी इस खेल में भाग लेने के लिये प्रोत्साहित होंगे और दुनियाभर में इस खेल की लोकप्रियता बढ़ेगी।”
गौरतलब है कि इसके अलावा बीडब्ल्यूएफ ने ट्रिप्लेस नामका एक नया प्रारूप भी लॉन्च किया है। जहां एक टीम में तीन खिलाड़ी होते हैं, जिनमें कम से कम एक महिला होती है। खेल विशेषज्ञों का मानना है कि एयरबैडमिंटन संन्यास ले चुके अंतरराष्ट्रीय और घरेलू खिलाड़ियों को वैकल्पिक करियर उपलब्ध कराएगा। इसकी ख़ास बात यह है कि सभी उम्र के लोग इस खेल का आनंद ले सकते हैं।